मऊ के सरायलखंसी थाना क्षेत्र में फर्जी क्रेडिट कार्ड बनाकर फ्रॉड का मामला सामने आया है। पलिगढ़ गांव निवासी एक शिक्षक के बैंक खाते से आईसीआईसीआई बैंक भदोही में सीनियर सेल्स एक्जीक्यूटिव पद पर तैनात कर्मी ने फर्जी क्रेडिट कार्ड बनाकर वाराणसी में दो बार में 80 हजार रुपये की खरीदारी की। पीड़ित शिक्षक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर एसओजी और साइबर सेल की टीम ने आरोपी बैंक कर्मी को मंगलवार को सरायलखंसी थाना क्षेत्र के वनदेवी के पास से गिरफ्तार लिया। पकड़ा गया बैंक कर्मी वाराणसी जनपद के राजा तालाब थाना क्षेत्र के पनिहरा बाबूराम का निवासी है। आरोपी ने सराय लखंसी थाना क्षेत्र के हथिनी गांव निवासी दो व्यक्तियों को भी धोखा देकर 62,700 रुपये की धोखाधड़ी की है। गिरफ्तार बैंक कर्मी का संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने उसका चालान कर दिया।
मंगलवार को मिली इस सफलता की जानकारी पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में सीओ सिटी धनंजय मिश्र ने दी। बताया कि विजयनंद यादव जो कि सरायलंखसी थाना क्षेत्र के पलिगढ़ गांव निवासी है। वर्तमान में वह गाजीपुर जनपद में प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। शिक्षक का नगर के मिर्जाहादीपुरा मुहल्ला स्थित आईसीआईसीआई बैंक में खाता है।
विजयनंद ने उस बैंक से 10 लाख रुपये का लोन लिया है जिसके चलते उनके खाते में पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि प्रपत्र की कॉपी बैंक में जमा हैं। कुछ दिन बाद विजयनंद के मोबाइल फोन पर क्रेडिट कार्ड लेने के लिये बार-बार फोन आने लगा तो उन्होंने मना कर दिया। कुछ दिन बाद बैंक शाखा से अध्यापक को बताया गया कि उनके क्रेडिट कार्ड से क्रमशः 7082, 73000 रुपये की खरीददारी की गई है जिनका उन्हें भुगतान करना है।
विजयनंद ने उस बैंक से 10 लाख रुपये का लोन लिया है जिसके चलते उनके खाते में पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि प्रपत्र की कॉपी बैंक में जमा हैं। कुछ दिन बाद विजयनंद के मोबाइल फोन पर क्रेडिट कार्ड लेने के लिये बार-बार फोन आने लगा तो उन्होंने मना कर दिया। कुछ दिन बाद बैंक शाखा से अध्यापक को बताया गया कि उनके क्रेडिट कार्ड से क्रमशः 7082, 73000 रुपये की खरीददारी की गई है जिनका उन्हें भुगतान करना है।
बिना क्रेडिक कार्ड के क्रेडिट कार्ड से खरीददारी होने की जानकारी पर शिक्षक ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच एसओजी और सर्विसलांस टीम को दी गई। सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने आरोपी बैंक कर्मी को गिरफ्तार कर पूछताछ किया।
सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान आईसीआईसीआई बैंक कर्मी दीपक मिश्रा पुत्र अवधेश मिश्रा ने स्वीकार किया कि कीपैड वाले मोबाइल में फर्जी सिम लगाकर उसने बैंक के रीजनल ऑफिस से ऋण लेने वाले विजयनंद का पूरा विवरण मोबाइल नंबर सहित प्राप्त कर लिया।
सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान आईसीआईसीआई बैंक कर्मी दीपक मिश्रा पुत्र अवधेश मिश्रा ने स्वीकार किया कि कीपैड वाले मोबाइल में फर्जी सिम लगाकर उसने बैंक के रीजनल ऑफिस से ऋण लेने वाले विजयनंद का पूरा विवरण मोबाइल नंबर सहित प्राप्त कर लिया।
वहीं दूसरी शाखा के एक अन्य बैंक कर्मी को भ्रम में डालकर उसकी आईडी से क्रेडिट कार्ड बनवा लिया और अध्यापक विजयनन्द के फोन नंबर को हटाकर अपना फर्जी फोन नंबर जोड़ दिया। जिससे क्रेडिट कार्ड अध्यापक को ना प्राप्त होकर उसे मिल हो गया।
इस क्रेडिट कार्ड के आधार पर बैंक कर्मी ने दो बार में 80000 रुपया निकाला। सीओ ने बताया कि दीपक मिश्रा हथिनी गांव निवासी ने आईसीआईसीआई बैंक से लोन लेने वाले शिवशंकर यादव और श्यामनारायण मौर्य को समय से किश्त न देने की बात कहकर 62,700 रुपये मई माह में हड़प लिया। पुलिस ने जालसाज के पास से एक बाइक सहित तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
इस क्रेडिट कार्ड के आधार पर बैंक कर्मी ने दो बार में 80000 रुपया निकाला। सीओ ने बताया कि दीपक मिश्रा हथिनी गांव निवासी ने आईसीआईसीआई बैंक से लोन लेने वाले शिवशंकर यादव और श्यामनारायण मौर्य को समय से किश्त न देने की बात कहकर 62,700 रुपये मई माह में हड़प लिया। पुलिस ने जालसाज के पास से एक बाइक सहित तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।