पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के खिलाफ शार्दुल ठाकुर ने बल्ले से कमाल दिखाते हुए 29 गेंदों पर 68 रन की पारी खेली और केकेआर को 81 रन से सत्र की पहली जीत दिलाई और उसके बाद गुजरात टाइटंस के खिलाफ अंतिम ओवर में रिंकू की पांच छक्कों सहित 31 रन बनाकर गुजरात को उसके गढ़ अहमदाबाद में तीन विकेट से हरा दिया।
श्रेयस चोटिल, नीतीश फॉर्म में नहीं
शार्दुल और रिंकू ने निश्चित रूप से कोलकाता के लिए फिनिशर के दो विकल्प दिए हैं, लेकिन टीम को यह साबित करना है कि पिछली दो जीत कोई तुक्का नहीं थी। जमैका के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए।
पंजाब के खिलाफ पहले मैच में रसेल ने 19 गेंदों पर 35 रन बनाए, लेकिन अगले दो मैचों में क्रमश: शून्य और एक रन ही बना पाए। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ वह बेहतर करने को बेताब होंगे क्योंकि उन्होंने गुरुवार को ईडन गार्डन्स में अभ्यास में खासा पसीना बहाया।
दूसरी ओर कागजों पर मजबूत नजर आने वाली एडन मार्करम की अगुआई वाली सनराइजर्स हैदराबाद पहले दो मैचों में प्रभावित नहीं कर पाई है। टीम में हैरी ब्रूक, मयंक अग्रवाल, हेनरिच क्लासेन मौजूद हैं। राहुल त्रिपाठी ने 48 गेंदों पर नाबाद 74 रन बनाकर पंजाब के खिलाफ टीम को सत्र की पहली जीत दिलाई।
इस जीत से वेस्टइंडीज के दिग्गज ब्रायन लारा की कोचिंग वाली टीम ने जीत की लय हासिल की होगी और वह कोलकाता को उसके घर में कड़ी टक्कर दे सकती है। त्रिपाठी अपनी पुरानी टीम के खिलाफ पारी के मध्य में अहम भूमिका निभा सकते हैं। वह लगातार स्ट्राइक बदल सकते हैं और स्पिन के खिलाफ बड़े शॉट भी खेल सकते हैं।
हो सकता है कि टीम उनके बल्लेबाजी क्रम में भी बदलाव करे। उनके पास वॉशिंगटन सुंदर और मयंक मार्कंडेय के रूप में अच्छा स्पिन आक्रमण भी है। तेज आक्रमण में हैदराबाद के पास अनुभवी भुवनेश्वर और मार्को यानसेन हैं। केकेआर को जीत अंक तालिका में शीर्ष पर भी पहुंचा सकती है।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
सनराइजर्स हैदराबाद: मयंक अग्रवाल, हैरी ब्रूक, राहुल त्रिपाठी, एडेन मार्करम (कप्तान), हेनरिच क्लासेन (विकेटकीपर), अब्दुल समद, वॉशिंगटन सुंदर, मयंक मारकंडे, मार्को यानसेन, भुवनेश्वर कुमार, उमरान मलिक।