हाल ही में अस्पताल के महिला एवं प्रसूती विभाग में हुई सर्जरी में उसकी बच्चेदानी को भी निकाल दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ माह बाद उसकी फाइनल सर्जरी होगी, इसमें उसके शरीर के सेक्सुअल हिस्से को भी बदल दिय जाएगा।
इश्क का जुनून सर चढ़कर बोलता है, यह बात तो हमेशा सुनने को मिलती है, लेकिन यह जुनून इस कदर चढ़ गया कि एक छात्रा ने अपना जेंडर ही बदलवा लिया। उसने चार माह पहले एसआरएन अस्पताल में अपनी सर्जरी कराकरा शरीर के ऊपरी हिस्से को परिवर्तित करा लिया।
हाल ही में अस्पताल के महिला एवं प्रसूती विभाग में हुई सर्जरी में उसकी बच्चेदानी को भी निकाल दिया गया। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ माह बाद उसकी फाइनल सर्जरी होगी, इसमें उसके शरीर के सेक्सुअल हिस्से को भी बदल दिय जाएगा। इस तरह से एक से डेढ़ साल बाद वह पूरी तरह से एक पुरुष बन जाएगी। जेंडर बदलवाने का यह प्रदेश को दूसरा मामला है। इसके पहले मेरठ में एक युवती ने ऐसा कराया था।
फाफामऊ की रहने वाली छात्रा 20 वर्षीय बीए की छात्रा को अपनी एक सहेली से प्रेम हो गया। उसने अपने परिवार में प्रेम के बारे में बताया और उसी के साथ शादी करके जीवन बीताने की इच्छा जाहिर की। इस पर परिवार वालों ने युवती को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन वह सफल नहीं हो सके। इसके बाद छात्रा स्वरूपरानी नेहरू चिकित्साल में प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉ. मोहित जैन के पास पहुंची और उसने अपना जेंडर बदलावाने की इच्छा जाहिर की।
छात्रा का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर मोहित जैन ने बताया कि युवती के पुरुष बनने की प्रक्रिया में केवल शारीरिक परिवर्तन ही नहीं होंगे। उसके हाव भाव को भी बदला जाएगा। उसकी दाढ़ी मूछ भी उगाई जाएंगी। इसके लिए उसे टेस्टोरान हार्मोन थेरेपी दी जाएगी। जिससे उसके भीतर का पुरुषत्व जागेेगा और उसके अंदर पूरी तरह से परिवर्तन आने लगेगा। फिलहाल प्रक्रिया जारी है। डॉक्टर छात्रा की इच्छा पूरा करने में जुटे हैं।
लड़की से पुरुष बनने वाली छात्रा का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि इस प्रकार का ऑपरेशन अभी तक दिल्ली या मुम्बई जेसे महानगरों में होता था। जिसका खर्च 5 से 6 लाख रुपये आता था। जबकि एसआरएन में यह काफी कम पैसों में हो रही है। पूरी प्रक्रिया काफी लंबी और जटिल है। ऐसे मामलों में युवती में टेस्टोरान हार्मोन धीरे-धीरे प्रत्यारोपित किया जाएगा। जिससे उसमें पुरुषत्व को बढ़ावा मिल सके।
हालांकि की छात्रा का इलाज कर रही एसआरएन अस्पताल की प्रसूति विभाग की प्रमुख डॉ. अमृृता चौरसिया ने मामले में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। उनका कहना है कि यह किसी का बेहद निजी मामला है। इसमें किसी भी प्रकार की बयानबाजी उचित नहीं है। हालांकि अन्य चिकित्सकों ने बताया कि अभी छात्रा का तीसरे चरण का ऑपरेशन यूरोलॉजिस्ट और प्लास्टिक सर्जन से मिलकर होना है।
