मौसम विभाग की भविष्यवाणी से एक दिन बाद सरोवरनगरी में पहली मानसूनी बारिश ने आफत मचा दी। सुबह करीब 3 घंटे में यहां 134 मिलीमीटर बारिश हुई। इस कारण हल्द्वानी और भवाली रोड से वाहनों का आवागमन प्रभावित रहा। हल्द्वानी रोड, हनुमानगढ़ी से पहले पुराने कूड़ा खड्ड के पास राजभवन की पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से करीब चार घंटे बंद रही। इस कारण नगर में सुबह दूध, सब्जी एवं समाचार पत्रों की आपूर्ति भी प्रभावित हुई। सुबह-सुबह आ रहे सैलानियों, दूधियों एवं स्कूली बच्चों को पैदल शहर में आना पड़ा। इधर, नगर में राजभवन रोड पर भी भूस्खलन हुआ है। सड़क किनारे का एक पैरापिट ठंडी सड़क की ओर खाई में चला गया है, जबकि कुछ छोटे बोल्डर भी आये हैं।
नगर में बारिश ने सफाई-व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। सड़कों पर जगह-जगह गंदगी, मलबा फैल गया है। जिला चिकित्सालय के पास पॉपुलर कंपाउंड सहित अनेक स्थानों पर सीवर लाइनें उफन कर रास्तों पर बह रही हैं। नैनी झील में भी भारी मात्रा में गंदगी पहुंची है।
रविवार को झील नियंत्रण कक्ष के अनुसार नैनी झील का जलस्तर दो फिट डेढ़ इंच था, आज हुई तीन घंटे की बारिश में साढ़े 11 इंच यानी करीब एक फिट बढ़कर 3 फिट 1 इंच हो गया। मौसम विभाग अगले तीन-चार दिन बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जता रहा है।
इससे पहले नगर में सुबह करीब तीन-साढ़े तीन बजे से भारी बारिश हुई, जो सुबह 6 बजे तक तेज एवं 7 बजे तक हल्की होती रही। इस कारण जगह-जगह नाले उफन आए। 5 बजे हल्द्वानी रोड पर त्रिमूर्ति से अगले गधेरे में भारी मात्रा में मलबा आ गया। इस कारण यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया। बुलाये जाने पर जेसीबी भी समय से नहीं पहुंच पाई और बमुश्किल करीब 9 बजे यानी 4 घंटे बाद सड़क खुल पाई।