एआईएफएफ ने इगोर स्टिमक पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में देश के फुटबॉल जगत को खराब रोशनी में दिखाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि बहाने और असफलताएं उनके पांच साल के उथल-पुथल भरे कार्यकाल की पहचान बन गए थे।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) और भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कोच इगोर स्टिमक के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। राष्ट्रीय पुरुष टीम के पूर्व मुख्य कोच द्वारा एआईएफएफ के खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए महासंघ ने कहा कि टीम के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए उन्होंने जो कुछ भी मांगा था उन्हें मुहैया कराने के लिए उसमें कोई कसर नहीं छोड़ी गई। मालूम हो कि हाल ही में एआईएफएफ ने स्टिमक को कोच पद से बर्खास्त कर दिया था।
एआईएफएफ ने इगोर स्टिमक पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में देश के फुटबॉल जगत को खराब रोशनी में दिखाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि बहाने और असफलताएं उनके पांच साल के उथल-पुथल भरे कार्यकाल की पहचान बन गए थे। एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे पर तीखा हमला करते हुए स्टिमक ने कहा था कि जितनी जल्दी वे पद छोड़ेंगे देश में फुटबॉल के भविष्य के लिए उतना ही बेहतर होगा जहां वैश्विक स्तर पर पसंद किया जाने वाला यह खेल बिल्कुल भी विकसित नहीं हो रहा है।
एआईएफएफ ने स्टिमक के दावों को खारिज किया
एआईएफएफ ने कहा, स्टिमक के इस आचरण ने एआईएफएफ के इस विश्वास को और पुख्ता किया है कि उनका अनुबंध समाप्त करने और भारतीय फुटबॉल के हित में आगे बढ़ने का सही निर्णय लिया गया था। स्टिमक को टीम प्रबंधक के साथ उनके संवाद के अनुसार स्थलों, सहायक कर्मचारियों, यात्रा के दिनों के चयन सहित कार्य करने की पूरी स्वायत्तता दी गई थी। उनके विशिष्ट अनुरोधों, विशेष रूप से उनकी पसंद के विभिन्न सहायक कर्मचारियों के लिए, राष्ट्रीय टीम के हित में एआईएफएफ द्वारा हमेशा समर्थन दिया गया था।
एआईएफएफ ने कहा, स्टिमक के इस आचरण ने एआईएफएफ के इस विश्वास को और पुख्ता किया है कि उनका अनुबंध समाप्त करने और भारतीय फुटबॉल के हित में आगे बढ़ने का सही निर्णय लिया गया था। स्टिमक को टीम प्रबंधक के साथ उनके संवाद के अनुसार स्थलों, सहायक कर्मचारियों, यात्रा के दिनों के चयन सहित कार्य करने की पूरी स्वायत्तता दी गई थी। उनके विशिष्ट अनुरोधों, विशेष रूप से उनकी पसंद के विभिन्न सहायक कर्मचारियों के लिए, राष्ट्रीय टीम के हित में एआईएफएफ द्वारा हमेशा समर्थन दिया गया था।
महासंघ ने कहा, एआईएफएफ ने खिलाड़ियों को रिलीज करने के लिए क्लबों और एफएसडीएल (एआईएफएफ का वाणिज्यिक भागीदार) के साथ बातचीत की जिससे कि कोच को तैयारी के लिए अधिकतम दिन मिले। सऊदी अरब के अभा के लिए चार्टर फ्लाइट के अनुरोध को छोड़कर उनकी लगभग सभी मांग पूरी की गईं। चार्टर फ्लाइट के मामले में भी उन्हें समय पर विभिन्न चुनौतियों के बारे में सूचित किया गया था।
स्टिमक को टीम के फीफा विश्व कप क्वालीफायर के तीसरे दौर में पहुंचने में विफल रहने के बाद पद से हटा दिया गया था जिसके बाद उन्होंने एआईएफएफ के खिलाफ कुछ गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय फुटबॉल कैद में है और देश में खेल से जुड़ी अधिकांश समस्याओं के लिए चौबे को दोषी ठहराया। 56 वर्षीय स्टिमक ने खुलासा किया था कि उन्हें एशियाई कप से पहले केवल विश्व कप क्वालिफायर के महत्व के बारे में एआईएफएफ को समझाने की कोशिश करने के लिए अंतिम चेतावनी दी गई थी।