कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलेव्रे ने ट्रूडो पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या देश ने इससे पहले कभी इतनी बड़ी शर्मिंदगी का सामना किया है? उन्होंने कहा कि राजनयिक यात्राओं की सफलता ट्रूडो की जिम्मेदारी है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम के दौरान एक नाजी दिग्गज को सम्मानित करने के लिए कनाडाई संसद में माफी मांगी है। हालांकि, उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर आरोप को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। इस घटना पर विपक्ष के नेताओं ने पीएम ट्रूडो पर निशाना साधा और उनसे मांफी मांगने की मांग की है। विपक्ष ने ट्रूडो के इस हरकत को देश के लिए शर्मनाक बताया है।
कनाडा के संसद में 22 सितंबर को यूक्रेन के प्रधानमंत्री व्लादिमीर जेलेंस्की के संबोधन के दौरान एक 98 वर्षीय यूक्रेनी यारोस्लव हुंका को कनाडा के हाउस ऑफ कॉमन के स्पीकर एंथनी रोटा ने सम्मानित किया था। यारोस्लव हुंका यूक्रेनी सेडिवीजन में सेवा कर चुके हैं, और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्हें एसएस डिवीजन ग्लेशिया के नाम से भी जाना जाता था।
इस पर मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, ‘यह एक गलती थी, जिससे कनाडा और संसद को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। संसद में जो भी मौजूद थे हम सभी इस घटना पर शर्मिंदा हैं।’ उन्होंने इस घटना में स्पीकर को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया है। पीएम ट्रूडो ने आगे कहा कि स्पीकर ने अपनी गलती को स्वीकार कर ली है और अपना पद छोड़ दिया है।
पीएम ट्रूडो ने कहा, ‘जेलेंस्की को शामिल करने के लिए कनाडा को खेद है। उसने हुंका की सराहना करते हुए उसकी छवि ऐसे चित्रित किया, जिसका रूसी प्रशासकों ने शोषण किया था।’ उन्होंने बताया कि कनाडा ने राजनयिकों की मदद से जेलेंस्की और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को माफीनामा भेजा है।
कनाडा के विपक्षी नेता पियरे पोइलेव्रे ने ट्रूडो पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या देश ने इससे पहले कभी इतनी बड़ी शर्मिंदगी का सामना किया है? उन्होंने कहा कि राजनयिक यात्राओं की सफलता ट्रूडो की जिम्मेदारी है। इसके बावजूद उनकी निगरानी में देश को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। मंगलवार को इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद को देखते हुए स्पीकर एंथनी रोटा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।