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बंगाल में शिक्षक की नौकरी के इच्छुक अभ्यर्थियों ने दक्षिण कोलकाता में टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के कार्यालय पास प्रदर्शन किया। रैली में टीएमसी के खिलाफ पोस्टर के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के भी बैनर दिखाई दिए। प्रदर्शन में भाग लेने पहुंचे अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, टीएमसी सरकार के भ्रष्टाचार से परेशान अभ्यर्थियों ने विरोध रैली निकाली। मुझे विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। अगर कौस्तव बागची भी विरोध में शामिल होते हैं तो इसमें हर्ज क्या है। भाजपा नेता ने कहा कि टीएमसी के कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले किसी भी व्यक्ति का इस तरह के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए स्वागत है। वहीं, रैली में अपनी भागीदारी को लेकर बागची ने कहा कि उन्हें भ्रष्ट टीएमसी के खिलाफ किसी भी रैली या कार्यक्रम में हिस्सा लेने में कोई दिक्कत नहीं है। उन्हें टीएमसी सरकार के खिलाफ शुभेंदु अधिकारी के साथ भी मंच साझा करने में कोई दिक्कत नहीं है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमने इंडिया गठबंधन की तख्तियों के साथ प्रदर्शन किया, क्योंकि हम चाहते हैं कि इंडिया गठबंधन के सदस्यों को बंगाल में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में पता चले। टीएमसी, कांग्रेस और सीपीएम राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का मुकाबला करने के लिए बने विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। ताजा घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस नेताओं का एक साथ रैली में भाग लेना उनके बीच की मौन समझौते को दर्शाता है। कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि वे बंगाल में भाजपा का समर्थन करते हैं या नहीं। अधीर रंजन चौधरी ने महत्व देने से किया इनकार वहीं, बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इसे ज्यादा महत्व देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कौस्तव बागची वहां निजी हैसियत से गए होंगे, कांग्रेस नेता के तौर पर नहीं। उन्होंने कहा कि भाजपा से कैसे लड़ना है, इस पर टीएमसी को हमें ज्ञान देने की जरूरत नहीं है। लेकिन भाजपा के खिलाफ लड़ने का मतलब यह नहीं है कि हम बंगाल में टीएमसी के भ्रष्टाचार पर आंखें मूंद लेंगे।

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राज्यपाल आरएन रवि ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, इस महीने की नौ और दस तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में ‘सनातन उत्सव’ मनाया, क्योंकि हमने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी।

'Bharat is product of Sanatan Dharma': Tamil Nadu Governor RN Ravi takes veiled dig at Udhayanidhi Stalin

सनातन धर्म के खिलाफ द्रमुक नेता उदनिधि स्टालिन के बयान पर बवाल अभी थमा नहीं है। इस बीच, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने बुधवार को कहा कि भारत ने वसुधैव कुटुंबकम (एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य) थीम के तहत जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी की है। इसने दुनिया को सनातन को स्वीकार करने और उसका जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।

उदयनिधि स्टालिन ने दिया था विवादित बयान
द्रमुक मंत्री पर निशाना साधते हुए राज्यपाल ने कहा कि सनातन अविनाशी है। इससे पहले चेन्नई में एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उदयनिधि ने सनातन की तुलना मच्छरों, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना से की थी और इसे खत्म करने का आह्वान किया था।

‘दुनिया मना रही सनातन उत्सव’
रवि ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा, इस महीने की नौ और दस तारीख को दुनिया ने नई दिल्ली में ‘सनातन उत्सव’ मनाया, क्योंकि हमने जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी की थी। भारत की मेजबानी में जी-20 शिखर सम्मेलन सनातन मूल्यों, सनातन धर्म, वसुधैव कुटुंबकम के प्रति पूरी प्रतिबद्धता के साथ किया गया। आज दुनिया ने सनातन उत्सव मनाना शुरू कर दिया है।
‘अविनाशी है सनातन धर्म’
राज्यपाल ने कहा, कुछ लोग तरह-तरह की नकारात्मक टिप्पणियां करके सनानत के विचारों और मान्यताओं को विकृत करते हैं। वे अपने स्वार्थ के लिए ऐसा करते हैं। वे सनातन के मूल्यों की अवहेलना करते हैं। हालांकि, सनातन अविनाशी है।
‘भारत की मूल ताकत सनातन में निहित’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें अपनी जिम्मेदारियों के प्रति जागृत और सतर्क रहना होगा। अगर कोई इसे (सनातन) खत्म करने या नुकसान पहुंचाने की बात करता है, तो हमें यह महसूस करना चाहिए कि वह देश को तोड़ने के लिए एजेंडा चला रहा है।’ इस बात पर जोर देते हुए कि भारत की मूल ताकत सनातन में निहित है, उन्होंने दावा किया कि राष्ट्र विरोधी तत्व देश के मूल पर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं।’
‘सनातन धर्म की उपज है भारत’
उन्होंने आगे कहा, ‘अंग्रेजों ने यही किया या करने की कोशिश की। वे भारत को तोड़ने में सफल रहे। विभाजन के बाद देश दो हिस्सों में बंट गया। भारत एक और विभाजन बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा संविधान कहता है..’इंडिया दैट इज भारत’। भारत सनातन धर्म की उपज है। दुर्भाग्य से अंग्रेजों के जाने के बाद हमने नागरिकों को यह समझाने के लिए बहुत कुछ नहीं किया कि भारत क्या है।’
राज्यपाल से मिला वीएचपी का प्रतिनिधिमंडल
तमिलनाडु के राजभवन ने जानकारी दी है कि विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल रवि से मुलाकात की और संविधान के नाम पर शपथ लेने वाले व्यक्तियों द्वारा तमिलनाडु में सनातन धर्म के खिलाफ चल रहे अभियान पर अपनी गंभीर चिंता जताते हुए एक ज्ञापन सौंपा।

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