सुबह 9 बजकर 37 मिनट पर सेंसेक्स 394.58 (0.58%) अंकों की गिरावट के बाद 67,202.26 और निफ्टी 113.96 (0.57%) अंक कमजोर होकर 20,019.35 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को सेंसेक्स 500 अंक तक टूट गया जबकि निफ्टी गिरावट के बाद फिसलकर 20000 के नीचे पहुंच गया। आईओबी के शेयरों में चार प्रतिशत जबकि एचडीएफसी के शेयरों में तीन प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सुबह 9 बजकर 37 मिनट पर सेंसेक्स 394.58 (0.58%) अंकों की गिरावट के बाद 67,202.26 और निफ्टी 113.96 (0.57%) अंक कमजोर होकर 20,019.35 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से पहले अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल के 16 साल के उच्च स्तर पर पहुंचने के बीच भारतीय बाजार में बुधवार को कमजोर शुरुआत हुई। एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इन्फोसिस जैसे बड़े शेयरों में गिरावट के चलते घरेलू बेंचमार्क सूचकांक बुधवार को गिरावट के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 573 अंक या 0.85% की गिरावट के साथ 67,023 पर कारोबार करता दिखा। वहीं, निफ्टी 130 अंक या 0.64% फिसल कर 20,002 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
सेंसेक्स की कंपनियों में से एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और इंफोसिस नुकसान के साथ खुले, जबकि आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक बढ़त के साथ खुले। एचडीएफसी बैंक के शेयरों में बुधवार को तीन प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को कहा कि एचडीएफसी के साथ विलय के बाद 1 जुलाई से उसकी सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) बढ़ने की संभावना है।
भारत डायनेमिक्स के आईएएफ के साथ 291 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के बाद कंपनी के शेयर 3% चढ़कर खुले। सेक्टर वार देखें तो निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.87% और निफ्टी बैंक में 0.68% की गिरावट दर्ज की गई। एफएमसीजी, आईटी, फार्मा, रियल्टी और हेल्थकेयर सेक्टर भी गिरावट के साथ खुले। व्यापक बाजार में, निफ्टी मिडकैप 100 में 0.05% की वृद्धि हुई, जबकि स्मॉलकैप 100 सपाट खुला।
आरआर काबेल बनेगी दो दिन में सूचीबद्ध होने वाली पहली कंपनी, पढ़ें व्यापार जगत की अहम खबरें
आरआर काबेल ने 1,964 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसका इश्यू 18.69 गुना भरा था। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अगस्त में शेयरों की सूचीबद्धता के समय को आधा कर आईपीओ बंद होने के बाद तीन दिन कर दिया था।
बिजली के तार, स्विच, पंखे जैसे उत्पाद बनाने वाली आरआर काबेल बुधवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होगी। यह पहली कंपनी होगी, जो प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के बंद होने के दो दिन के भीतर सूचीबद्ध होगी। सूचीबद्धता के जल्दी होने से कंपनियों के साथ निवेशकों को भी लाभ होगा। कंपनी को व्यापार करना आसान होगा जबकि निवेशकों को निवेश के लिए शीघ्र कर्ज और नकदी प्राप्त होगी। आरआर काबेल ने 1,964 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसका इश्यू 18.69 गुना भरा था। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अगस्त में शेयरों की सूचीबद्धता के समय को आधा कर आईपीओ बंद होने के बाद तीन दिन कर दिया था। पहले आईपीओ बंद होने के बाद 6 दिन में शेयर सूचीबद्ध करना होता था। यह नियम एक सितंबर से स्वैच्छिक है। एक दिसंबर के बाद यह अनिवार्य हो जाएगा। एजेंसी
कठिन क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस के दाम घटेंगे
ईंधन कीमतों में कमी के बीच प्राकृतिक गैस के दाम घट सकते हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी-डी6 जैसे कठिन क्षेत्रों से उत्पादित प्राकृतिक गैस के दाम नवंबर से 14% तक कम हो सकते हैं। एक अक्तूबर से शुरू छह महीने के लिए गहरे समुद्री क्षेत्रों और उच्च तापमान से उत्पादित गैस के दाम 12.12 डॉलर से 10.4 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (प्रति इकाई) हो सकते हैं।
दवा, ड्रोन व कपड़ा क्षेत्र के लिए पीएलआई योजनाओं में बदलाव कर सकती है सरकार
सरकार निवेश को प्रोत्साहित करने व विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए दवा, ड्रोन और कपड़ा क्षेत्रों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजनाओं (पीएलआई) में जल्द बदलाव कर सकती है। विभिन्न उत्पादों से जुड़ी योजना के प्रदर्शन पर अंतर-मंत्रालयी परामर्श के बाद इन क्षेत्रों की पहचान की गई है। एक अधिकारी ने बताया कि हमने कुछ क्षेत्रों की पहचान की है। हम केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेने के लिए संयुक्त नोट भेजेंगे। बदलावों में (दवा क्षेत्र के लिए) कुछ समय बढ़ाना व कई क्षेत्रों में कुछ अतिरिक्त उत्पाद जोड़ना शामिल है। कपड़ा क्षेत्र में हम तकनीकी कपड़ा खंड में कुछ अन्य उत्पादों की परिभाषा का विस्तार कर रहे हैं। ड्रोन की बात करें तो हम उसकी संख्या बढ़ा रहे हैं। ड्रोन व इसके कलपुर्जों के लिए योजना के तहत तीन वित्त वर्षों में आवंटित कुल राशि 120 करोड़ रुपये है।
एसी व एलईडी लाइट के लिए बढ़ेगी वितरण राशि
अधिकारी ने बताया, एसी व एलईडी लाइट जैसी वस्तुओं से जुड़े पीएलआई का वितरण इसी माह शुरू होगा। इससे वितरण राशि बढ़ेगी, जो मार्च, 2023 तक सिर्फ 2,900 करोड़ रुपये थी। योजना की घोषणा 2021 में दूरसंचार, एसी, एलईडी लाइट और सौर पीवी मॉड्यूल जैसे 14 क्षेत्रों के लिए की गई थी। इसके लिए 1.97 लाख करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था।
दिल्ली समेत 8 शहरों में जियो एयरफाइबर पेश
रिलायंस जियो ने मंगलवार को दिल्ली समेत आठ महानगरों में 5जी होम ब्रॉडबैंड सेवा जियो एयरफाइबर पेश कर दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पिछले माह कंपनी की 46वीं सालाना बैठक में घोषणा की थी।
कंपनी ने कहा, जियो एयरफाइबर शिक्षा, स्वास्थ्य, निगरानी एवं अन्य समाधान के जरिये लाखों घरों को विश्वस्तरीय डिजिटल मनोरंजन, स्मार्ट होम सेवाओं और ब्रॉडबैंड की पेशकश करेगी। यह ऐसे लाखों संभावित ग्राहकों को जोड़ने में मददगार होगी, जो होम ब्रॉडबैंड से वंचित रह जाते हैं। दिल्ली के अलावा इन शहरों में मिलेगी सुविधा- बंगलूरू, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे। रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, हमारी जियोफाइबर पहले ही एक करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रही है। हर महीने बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़ रहे हैं। इसके बावजूद लाखों घरों व छोटे व्यवसायों को जोड़ना बाकी है।
कान की मशीन, व्हीलचेयर समेत 21 सहायक उपकरण होंगे सस्ते
देश के प्रत्येक दिव्यांग तक सहायक उपकरण पहुंचाने के लिए सरकार ने पहली बार राष्ट्रीय सूची एनएलईएपी जारी की है। इसमें कान की मशीन से लेकर व्हीलचेयर, वॉकर/रोलेटर और उपचारात्मक जूते सहित 21 उपकरणों को शामिल किया है। यह सूची बीते चार साल में 300 से ज्यादा विशेषज्ञों से 12 से ज्यादा बैठक में चर्चा के बाद तैयार की गई है। सूची में उन सभी उपकरणों को शामिल किया गया है जो दैनिक जीवन में दिव्यांगों के लिए सबसे अहम हैं। मौजूदा समय में इन उपकरणों की कीमत काफी अधिक है जिसकी वजह से हर किसी तक इनकी पहुंच नहीं है। नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने कहा है कि सहायक उपकरणों की राष्ट्रीय सूची का सबसे बड़ा उद्देश्य प्रत्येक दिव्यांग तक इनकी पहुंच बनाना है। अभी अलग अलग मंत्रालयों के करीब 36 राष्ट्रीय कार्यक्रम संचालित हैं जिनसे दिव्यांगों को लाभ दिया जा रहा है। इस सूची में शामिल उपकरणों को इन कार्यक्रमों के जरिये खरीदा जा सकता है। साथ ही स्टार्ट अप कंपनियां भी आगामी दिनों में इनका उत्पादन कर कम कीमत पर उपलब्ध करा सकती हैं।