चीन में इस तूफान के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। तटीय इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। साथ ही कुछ तटीय शहरों में कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है।
प्रशांत महासागर में बीते रविवार को उठा ‘डोक्सुरी’ तूफान चीन में तबाही मचाने के लिए तैयार है। यहां तेज हवाओं के साथ जबरदस्त बारिश हो रही है। बताया जा रहा है कि आज इस साल का पांचवा तूफान डोक्सुरी चीन में दस्तक दे सकता है, जिससे यहां भूस्खलन हो सकता है। हालांकि, इससे निपटने के लिए चीन ने कमर कस ली है।
लोगों को दी गई सलाह
चीन में इस तूफान के खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। तटीय इलाकों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। नाविकों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। साथ ही कुछ तटीय शहरों में इस तूफान की वजह से कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। वहीं, सोमवार को भी चीन के कई हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था।
और खतरनाक होगा तूफान
चीन के मौसम विभाग के अनुसार, तूफान गुरुवार को दोपहर 12 बजे ताइवान जलडमरूमध्य से फुजियान प्रांत की ओर उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया था। इसलिए, तूफान की रफ्तार 180 किलोमीटर (112 मील) प्रति घंटे से अधिक है। यह तूफान शुक्रवार तक और खतरनाक हो जाएगा।
फिलीपींस में मचा चुका तबाही
जानकारी के अनुसार, डोक्सुरी ने एक समय खतरनाक रूप ले लिया था, लेकिन बुधवार को उत्तरी फिलीपींस के समुद्र तट पर भारी तबाही मचाने के बाद इसकी कुछ ताकत कम हो गई। इससे नदियों के तट टूट गए और हजारों घरों की बिजली गुल हो गई।
तीन तटीय शहरों को ज्यादा खतरा
मीडिया रिपोर्ट की माने तो फुजियान प्रांत के तीन तटीय शहरों ने गुरुवार को स्कूलों, व्यवसायों और कारखानों को बंद कर दिया है। वहीं जियामेन में बाढ़ नियंत्रण अधिकारियों ने अलर्ट रहने की चेतावनी दी है। अंदाजा लगया जा रहा है कि यह शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है।
1949 में आया था शक्तिशाली तूफान
देश की आपदा एजेंसी के अनुसार, डोकसूरी तूफान अभी तक फिलीपींस में पांच लोगों की जान ले चुका है। हालांकि, चीन के मौसम विज्ञान प्रशासन का अनुमान है कि यह 2016 के टाइफून मेरांती से कमजोर होगा, जो 1949 के बाद से चीन के पूर्वी तट पर आया सबसे शक्तिशाली तूफान था। इसने कम से कम 11 लोगों की जान ले ली थी। रिपोर्ट के अनुसार, चीनभर में 15 प्रांत और शहर डोक्सुरी के भूस्खलन से पहले ही भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से प्रभावित हुए हैं।