हिमाचल में बढ़ते नशे के कारोबार काे रोकने के लिए अब पंजाब पुलिस भी मदद करेगी। पंजाब पुलिस की ओर से आश्वासन दिया गया है कि वह बॉर्डर पर ड्रग्स तस्करी को रोकने में पूरा सहयोग देंगे। पंजाब और हिमाचल प्रदेश पुलिस के DGP के बीच एक समन्वय बैठक हई। इस बैठक में फैसला हुआ कि दोनों राज्यों की पुलिस पंजाब-हिमाचल की सीमा पर CCTV कैमरों की संख्या बढ़ाएगी।
दोनों राज्य की पुलिस बॉर्डर पर संयुक्त अभियान पर एक साथ काम करेगी। क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए चिट्टा, हेरोइन, नशीली दवाओं की आपूर्ति और अवैध शराब से निपटने के लिए संयुक्त उपाय किए जाएंगे।
कांगड़ा, ऊना के बॉर्डर से आते हैं तस्कर
हिमाचल के DGP संजय कुंडू ने कहा कि पंजाब से सटी हिमाचल की सीमाओं से नशे की सप्लाई होती है। कांगड़ा, ऊना, बद्दी के चोर रास्तों से नशे के सौदागर हिमाचल में नशा भेजते हैं। बढ़ते नशे के कारोबार को लेकर हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा 4 प्रांतों को मिलकर काम करने की जरूरत है।
गैंगस्टर हिमाचल में आकर छिप जाते हैं
वहीं, पंजाब पुलिस के DGP गौरव यादव का कहना है कि लूटपाट व अन्य अपराधों को अंजाम देने वाले संगठित कुख्यात गैंग के सदस्य कई बार हिमाचल में जाकर छिप जाते हैं। ऐसे में समय पर उनकी जानकारी मिल जाए, तो इससे दोनों राज्य से अपराध कम होगा। गौर रहे कि इससे पहले साइबर क्राइम एक्सपर्ट की कमेटी गठित करने पर भी सहमति बनी थी।
हिमाचल में बढ़ रहा नशा
मादक पदार्थ निरोधक अधिनियम (NDPS) के तहत वर्ष 2014 में हिमाचल में 644 मामले दर्ज किए गए। 2015 में 622, 2016 में 929, 2017 में 1010, 2018 में 1342, 2019 में 1400, 2020 में 1377, 2022 में करीब 1400 मामले दर्ज किए गए हैं।