कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के प्रत्याशी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह पार्टी के आंतरिक चुनाव में जीते तो उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्पों को अक्षरश: लागू करेंगे। इसके तहत पार्टी के भीतर आधे पद और चुनावों में भी 50 प्रतिशत टिकट 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को मिलेंगे। इस दौरान उन्होंने भाजपा की राजनीति को विभाजनकारी बताते हुए उसके खिलाफ जमकर शब्दबाण चलाए।
खड़गे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रतिनिधियों से वोट मांगने आए थे। यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का सुझाव था कि वह चुनाव लड़ें। इससे पहले सोनिया गांधी ने स्पष्ट कह दिया था कि उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा। जब उन्होंने (खड़गे ने) अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया, तब सभी राज्यों के प्रमुख नेता मौजूद रहे।
खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को बचाने के लिए वह चुनाव लड़ रहे हैं, क्योंकि संघ परिवार की विचारधारा समाज को तोड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भी रहे हैं। पार्टी ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष और मंत्री भी बनाया। पूरा भरोसा है कि अध्यक्ष पद का चुनाव भी जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि भले ही यूपी में चुनाव में अपेक्षित परिणाम न मिले हों लेकिन महासचिव प्रियंका गांधी ने यहां किसानों व पीड़ितों के लिए संघर्ष करके लोगों के दिलों में कांग्रेस के लिए अहम जगह बनाई है। उन्होंने पार्टी प्रतिनिधियों से उन्हें भारी बहुमत से जिताने की अपील भी की। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी व डॉ. नासिर हुसैन भी उपस्थित रहे।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भाजपाई भयभीत
खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से भाजपा के नेता भयभीत हैं और उसे भारत तोड़ो यात्रा बता रहे हैं। जबकि इस यात्रा को हर जगह जबर्दस्त समर्थन मिल रहा है। राहुल गांधी भी यात्रा के बाद रात्रि में सभी वर्गों व तबकों के प्रतिनिधियों से मिलकर उनकी समस्याओं पर मंथन कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह राज्यों के निगम चुनाव से लेकर विधानसभा चुनाव तक में कई-कई दिन लगाते हैं। इससे समझा जा सकता है कि देश किस तरफ जा रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार पर ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया।