एक समय मेरठ से दिल्ली का सफर तीन घंटे से अधिक समय में तय हो रहा था। केंद्र में आई नरेंद्र मोदी सरकार ने इसे चुनौती के रूप में लिया और आज मेरठ-दिल्ली एक्सपेसवे के जरिए केवल 45 मिनट में मेरठ से दिल्ली तक का सफर तय हो रहा है। केंद्र सरकार के आठ साल के कार्यकाल में मेरठ कई नेशनल हाईवे से जुड़ गया है। अब देश की पहली रिजनल रैपिड रेल का प्रोजेक्ट भी धरातल पर उतरने लगा है।
केंद्र सरकार के आठ वर्ष के कार्यकाल में फर्राटा भरते हाईवे का निर्माण बड़ी उपलब्धियों में शामिल है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के ठंडे बस्ते में पड़े दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट को मोदी सरकार बनने के बाद रफ्तार मिली। इस 89 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट पर एनएचएआई ने तेजी से काम शुरू किया। दिल्ली से मेरठ तक इस एक्सप्रेसवे का निर्माण पांच चरणों में पूरा हुआ।
दिल्ली के सराय काले खां से डासना तक 14 लेन का एक्सप्रेसवे बना है। इसके बाद डासना से एक्सप्रेसवे दो भागों में बंट गया। एक भाग मेरठ तक चला गया और दूसरा भाग हापुड़ तक गया है। इस समय मेरठ में पांच चरण का कार्य चल रहा है। जो हापुड़ रोड पर जुड़ेगा। डीएमई के जरिए मेरठ से दिल्ली का सफर केवल 45 मिनट में पूरा हो रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया।
मेरठ से गुजर रहे कई नेशनल हाईवे
मोदी सरकार के कार्यकाल में मेरठ कई नेशनल हाईवे से जुड़ गया। सोनीनत से वाया बागपत होते हुए मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर तक नेशनल हाईवे बनाया जा रहा है। इसमें से सोनीपत से मेरठ तक हाईवे तैयार हो गया है। जबकि मेरठ से गढ़मुक्तेश्वर के बीच काम तेजी से चल रहा है। मेरठ-बुलंदशहर के बीच एनएच-235 पर वाहन तेजी से फर्राटा भर रहे हैं। मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे पर तेजी से कार्य चल रहा है। मेरठ से पौड़ी नेशनल हाईवे 119 तक निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। रिंग के तौर पर मेरठ में कई मार्गों का निर्माण एनएचएआई करा रही है।
रैपिड रेल प्रोजेक्ट से मिलेगी नई गति
दिल्ली और मेरठ के बीच देश की पहली रैपिड रेल का प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2023 तक दिल्ली और दुहाई के बीच रैपिड का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके बाद 2024 तक दिल्ली से मेरठ तक रैपिड रेल शुरू हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रोजेक्ट पर विशेष निगाह रखे हुए हैं।
मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि मोदी सरकार के आठ साल के कार्यकाल में कनेक्टिविटी के क्षेत्र में तेजी से स्थिति बदली है। केवल 45 मिनट में मेरठ से दिल्ली सफर का सपना पूरा हुआ है। अब मेरठ से हवाई उड़ान का कार्य पूरा कराया जाएगा। पानीपत से मेरठ रेलवे लाइन प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू हो गया है।