विजयदशमी पर्व पर बुधवार को महंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी की ओर से बरगद घाट पर रावण के पुतले का दहन किया गया। इस दौरान मेले में भारी भीड़ उमड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। शहर की और जिले की प्रसिद्ध रामलीला में से एक पजावा रामलीला में दशहरा का पर्व देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
इस बार दशहरे पर रावण के पुतलों को जलाने में खूब मशक्कत करनी पड़ी। कई जगह रावण के पुतलों को भीगने से बचाना मुश्किल हो गया। बारिश के बीच अलोपीबाग और ककरहा घाट पर पुतले जलाए गए। बारिश की वजह से तय समय पर रावण दहन नहीं हो सका। अलोपीबाग रामलीला मैदान पर दारागंज रामलीला कमेटी और कटरा रामलीला कमेटी का संयुक्त रावण डेढ़ घंटे की देरी से जलाया जा सका।
दोनों कमेटियों की ओर से इस बार 15 फुट ऊंचा संयुक्त रावण का पुतला निर्धारित मार्गों से अलोपीबाग लीला ग्राउंड लाया गया। इस दौरान बारिश की वजह से पुतला भीग गया। रामलीला मैदान में दोनों कमेटियों के पदाधिकारी भी भीगते रहे। लीला संयोजक पंडित सियाराम शास्त्री के निर्देशन में सबसे पहले रावण वध की लीला शुरू हुई। इसमें दारागंज रामलीला कमेटी के रावण पवन यादव को दोनों रामलीला कमेटी के राम के साथ युद्ध की रोमांचक लीला हुई।
इस दौरान कटरा के राम अंतिम समय में अपना पैर खींच लेते हैं। उसी समय दारागंज रामलीला कमेटी के राम के बाण मारने के साथ ही रात करीब 10:30 बजे पुतले में आग लगाई जा सकी। इसके बाद रावण के पुतले में लगी आग किसी हिस्से में बुझती तो किसी हिस्से में सुलगती रही। इस दौरान भीगने की वजह से पटाखे भी ठीक से नहीं जल सके। रावण के पुतले को जलाने में यहां दोनों लीला कमेटियों के पदाधिकारियों को काफी मेहनत करनी पड़ी।
इस मौके पर पर शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, कमेटी के अध्यक्ष कुल्लू यादव, कटरा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुधीर गुप्ता, महामंत्री गोपाल बाबू जायसवाल, दारागंज रामलीला कमेटी के महामंत्री जितेंद्र गौड़, कोषाध्यक्ष मुन्ना आजाद, अरविंद पांडेय, तीर्थराज पांडेय बच्चा भैया, हीरालाल यादव, विजय सोनकर, सखन यादव समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे। उधर, ककरहा घाट पर महंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी का दशानन घंटे भर विलंब से जलाया जा सका। बारिश के कारण रामदल रात नौ बजे खुल्दाबाद से निकला।