लखीमपुर हादसे में घायल हुए लोगों को बुधवार को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर लाया गया। मंडलायुक्त रोशन जैकब हादसे के बाद लखीमपुर खीरी सरकारी अस्पताल में भर्ती घायलों को देखने पहुंचीं। यहां उनको घायलों के अलावा एक बच्चा मिला, जिसकी रीढ़ की हड्डी टूटी हुई थी। बच्चे का ठीक से इलाज नहीं हो पा रहा था। यह देखकर मंडलायुक्त भावुक हो उठीं।
वहीं से उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को बच्चे के इलाज के लिए हर संभव मदद करने के निर्देश दिए। इससे पहले मंडलायुक्त 22 सितंबर को दिलकुशा गार्डन के पास दीवार के नीचे लोगों के दबने के बाद घुटनों तक पानी से गुजरकर रेस्क्यू कराने के लिए पहुंची थीं। उनका यह वीडियो काफी वायरल हुआ था और कार्यशैली की तारीफ हुई थी।
मुख्यमंत्री की ओर से मृतक के परिजनों को दो-दो लाख की अर्थिक मदद
लखीमपुर में हुए सड़क हादसे में हुई 10 लोगों की मौत की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने हादसे में पीड़ितों की मदद करने और जान गंवाने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
लखीमपुर हादसे के 12 घायल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती
लखीमपुर हादसे में घायल हुए 14 लोगों को बुधवार को केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर लाया गया। हालांकि दो घायलों की सांसें रास्ते में ही थम चुकी थीं। 12 घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करके इलाज किया जा रहा है। इनमें से दो की हालत गंभीर है और वेंटिलेटर पर रखा गया है। संस्थान को पहले से ही इसकी सूचना मिल चुकी थी। इसलिए ट्रॉमा सेंटर प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली थीं।
ट्रॉमा सेंटर के सीएमएस डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि दो लोगों की मौत हो चुकी थी। जो मरीज वेंटिलेटर पर रखे गए हैं, उनकी पहचान नहीं हो सकी है। रुबैई, जसप्रीत सिंह, मंशू निगम, बजालाल, मथुरा, शानू, पूजा वर्मा, नशमुन व अरमान का गंभीर अवस्था में इलाज चल रहा है। इसके अलावा कई लोगों की पहचान नहीं हो सकी है। वहीं, बाराबंकी हादसे के भी तीन घायलों को ट्रॉमा में भर्ती कराया गया है। लखीमपुर खीरी हादसे में घायलों को देखने मंडलायुक्त रोशन जैकब ट्रॉमा सेंटर पहुंचीं। साथ ही डीएम सूर्यपाल गंगवार ने घायलों का हालचाल लिया और इलाज की व्यवस्था कराई।