हमीरपुर जिला कारागार में बंद चार बंदियों के एचआईवी पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच हुआ है। पिछले दिनों जेल में कैंप लगाकर हुई जांच के बाद यह खुलासा हुआ। एचआईवी पॉजिटिव आने के बाद बंदियों को एआरटी सेंटर कानपुर(जीएसवीएम) भेजा गया था इसके बाद इलाज भी शुरू कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 12 से 17 सितंबर तक जेल में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया, जिसमें 1054 बंदियों की स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान चार बंदी एचआईवी पॉजिटिव मिले, जिससे जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। इस समय एचआईवी पॉजिटिव पाए गए मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है।
जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया कि एचआईवी पॉजिटिव मिले चार बंदियों को एआरटी में पंजीकृत करा दिया गया है। खानपान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो बंदी पाजिटिव मिले हैं उनमें एक बंदी दस साल की सजा काट रहा है। वहीं, बाकी इससे कम के हैं, जो धोखाधड़ी, एससीएसटी एक्ट के मामले में बंद हैं। एक बंदी जनवरी 2022, एक बंदी मई में और दो बंदी सितंबर माह में आए हैं।
खानपान और दवाइयों का रखें ध्यान
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. पीयूष मिश्रा ने बताया कि एचआईवी वायरस मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव डालता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान और दवाइयों का ध्यान रखना चाहिए। एचआईवी संक्रमित मरीज को सामान्य लोगों के साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं है। एचआईवी पाजिटिव मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच कराना चाहिए।
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. पीयूष मिश्रा ने बताया कि एचआईवी वायरस मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव डालता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खानपान और दवाइयों का ध्यान रखना चाहिए। एचआईवी संक्रमित मरीज को सामान्य लोगों के साथ रहने में कोई दिक्कत नहीं है। एचआईवी पाजिटिव मरीज के संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच कराना चाहिए।
प्रदेश की जेलों में एचआईवी मरीज चिंता का विषय
यूपी शासन के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत जेलों में लगातार एचआईवी टेस्टिंग कराई जा रही है। इसमें गोरखपुर, सहारनपुर में कैदी पॉजिटिव पाए गए थे। जिला बाराबंकी में भी 26 कैदियों में ये वायरस पाया गया है। जबकि कई इसकी अंतिम स्टेज एड्स तक पहुंच चुके हैं। इसमें गोरखपुर में 9 कैदी, सहारनपुर में 23 कैदी पॉजिटिव पाए गए थे।
यूपी शासन के निर्देश पर चलाए गए विशेष अभियान के तहत जेलों में लगातार एचआईवी टेस्टिंग कराई जा रही है। इसमें गोरखपुर, सहारनपुर में कैदी पॉजिटिव पाए गए थे। जिला बाराबंकी में भी 26 कैदियों में ये वायरस पाया गया है। जबकि कई इसकी अंतिम स्टेज एड्स तक पहुंच चुके हैं। इसमें गोरखपुर में 9 कैदी, सहारनपुर में 23 कैदी पॉजिटिव पाए गए थे।