लखनऊ के गोमती नगर के विस्तार के शिप्रा अपार्टमेंट के नंबर 11 में रहने वाले प्रशांत विजय सिंह (41) ने शुक्रवार देर रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। इसके पहले अपने बेटे के कमरे में गया और उससे कहा कि बाहर जाकर पढ़ो। बेटे के कमरे से बाहर निकलते ही दरवाजा बंद कर लिया और फांसी लगा ली। सुबह परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक प्रशांत पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज है। वह अभी हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था।
प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर विस्तार अनिल कुमार सिंह के मुताबिक आशियाना के सेक्टर एन निवासी सीधमान सिंह का बेटा शिप्रा अपार्टमेंट के वी ब्लॉक के फ्लैट नंबर 101 में परिवार सहित रहता था। परिवार मे दो बेटे और पत्नी हैं। बेटे अर्नव सिंह के मुताबिक, शुक्रवार रात 11 बजे वह अपने कमरे मे पढ़ाई कर रहा था। इसी बीच उसके पिता प्रशांत सिंह कमरे में पहुंचे और कहा कि वह बाहर जाकर पढ़ाई कर ले। इसके बाद कमरा बंद कर लिया।
अर्नव के मुताबिक कुछ देर बाद दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। रात 12 बजे तक दो तीन बार परिवार के सभी लोगों ने दस्तक दी लेकिन पिता ने कोई जवाब नहीं दिया। सुबह 4 बजे के करीब जगाने गए लेकिन दरवाजा नहीं खुला। संदेह होने लगा तो पुलिस को सूचना दी।
प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह के मुताबिक सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो अंदर पंखे के गुंडे से प्रशांत विजय सिंह का शव लटक रहा था। पुलिस में नीचे उतारा और पूरे कमरे की तलाशी ली। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें एक मुकदमे का जिक्र किया गया है। जिसे लेकर वह काफी तनाव में रहता था।
जुलाई में जमानत पर रिहा हुआ था प्रशांत सिंह
प्रभारी निरीक्षक आनिल सिंह के मुताबिक प्रशांत के खिलाफ एक लड़की ने इंदिरा नगर थाने में दुष्कर्म , धमकी, रंगदारी जैसे गंभीर मामलों में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उसे 3 मई को गिरफ्तार किया गया था । कोर्ट ने उसे 15 जुलाई को जमानत दी थी । रिहा होने के बाद घर आया तभी से वह काफी तनाव में रहता था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।