बॉलीवुड के लिए साल 2022 बिलकुल भी अच्छा नहीं रहा है। जनवरी से लेकर अब तक कई बड़े सुपरस्टार्स की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धराशायी हो चुकी हैं। अक्षय कुमार, अजय देवगन और आमिर खान जैसे दिग्गज कलाकार भी इस साल कोई कमाल नहीं दिखा सके हैं। इन सितारों की फिल्मों के फ्लॉप होने के पीछे का कारण बायकॉट ट्रेंड को माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर इन दिनों लगभग हर हिंदी फिल्म के बहिष्कार की मुहिम चल रही है। इस बीच आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका रिलीज के वक्त बहुत विरोध किया गया लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका असर जरा भी देखने को नहीं मिला।
माई नेम इज खान
बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान भी कई साल पहले बायकॉट का सामना कर चुके हैं। साल 2010 में रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘माई नेम इज खान’ को रिलीज के समय जमकर विरोध का सामना करना पड़ा था। दरअसल, कुछ लोग शाहरुख के आईपीएल में पाकिस्तान के खिलाड़ियों को शामिल करने की मांग से नाराज थे। लोगों के विरोध का फिल्म पर कोई असर नहीं दिखा था। फिल्म ने दुनियाभर में कुल 223 करोड़ की कमाई की थी।
पीके
साल 2014 में रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म ‘पीके’ को लेकर खूब विवाद हुआ था। फिल्म पर हिंदू संगठनों ने लोगों की आस्था का अपमान करने का आरोप लगाया था। फिल्म के कुछ सीन पर ईसाई और मुस्लिम समाज के लोगों ने भी आपत्ति दर्ज की थी। इसके बावजूद फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त प्रदर्शन किया था। फिल्म ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 340 करोड़ से ज्यादा कमाई की थी। वहीं, वर्ल्डवाइड इसने 854 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था।
दंगल
2016 में रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ को भी विरोध का सामना करना पड़ा था। इसके पीछे का कारण आमिर खान का एक बयान था जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पत्नी किरण राव को भारत में रहने पर डर लगता है। आमिर के बयान के सामने आने के बाद दंगल का जमकर विरोध हुआ। लेकिन इसका असर उनकी फिल्म पर बिलकुल भी नजर नहीं आया। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 384 करोड़ का कारोबार किया। वहीं, दुनियाभर में फिल्म ने 2000 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर नया रिकॉर्ड स्थापित कर दिया।