ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने मंगलवार को लिज ट्रस को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। ट्रस ने बोरिस जानसन का स्थान लिया है। प्रधानमंत्री बनने के फौरन बाद ट्रस ने अपनी कैबिनेट का गठन किया। उन्होंने भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री बनाया है। सुएला ने भारतीय मूल की ही प्रीति पटेल का स्थान लिया है। वो बोरिस जानसन की सरकार में गृह मंत्री थीं। ट्रस ने घाना मूल के क्वासी क्वार्टेगो को वित्त मंत्री बनाया है। सुएला ब्रेवरमैन बौद्ध हैं। वो नियमित रूप से लंदन बौद्ध केंद्र में जाती हैं। उन्होंने भगवान बुद्ध के कथनों के ‘धम्मपद’ ग्रंथ पर संसद में पद की शपथ ली थी।
पूर्व की जानसन सरकार में भारतीय मूल के ऋषि सुनक वित्त मंत्री थे। ट्रस सरकार में फिलहाल सुनक को जगह नहीं मिली है। वित्तमंत्री क्वासी के माता-पिता 1960 के आसपास घाना से ब्रिटेन आए थे। वह ब्रिटेन के पहले अश्वेत वित्त मंत्री हैं। जेम्स क्लेवर्ली विदेश मंत्री बने हैं। वह भी ब्रिटेन के पहले अश्वेत विदेश मंत्री हैं। उनकी मां सिएरा लियोन अश्वेत और पिता श्वेत थे।
ट्रस ने थेरेसा काफी को उप प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त किया है। यह पहला मौका है जब ब्रिटेन की सरकार में शीर्ष चार पदों पर किसी श्वेत पुरुष को जगह नहीं मिली है। बोरिस जानसन ने मंगलवार को महारानी को इस्तीफा सौंपा। इसके बाद ट्रस (47) ने स्काटलैंड के एबर्डीनशायर में बाल्मोरल कैसल स्थित आवास पर जाकर महारानी से मुलाकात की। ट्रस महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के शासनकाल में देश की 15वीं प्रधानमंत्री हैं। उनके शासनकाल में पहले प्रधानमंत्री 1952 में विंस्टन चर्चिल थे। ट्रस देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। छह साल के भीतर कंजरवेटिव पार्टी की वह चौथी प्रधानमंत्री हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में ट्रस ने सोमवार को पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को पराजित किया था।
ब्रिटेन की नवनियुक्त प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने कहा कि एक महत्वपूर्ण समय में देश की जिम्मेदारी लेते हुए वह सम्मानित महसूस कर रही हैं। प्रधानमंत्री के रूप में अपने पहले भाषण में ट्रस ने बढ़ती महंगाई को नियंत्रित कर लोगों की जिंदगी को आसान बनाने का वादा करते हुए कहा कि वह ब्रिटेन को एक आकांक्षा पैदा करने वाला राष्ट्र बनाएंगी।
ट्रस ने कहा कि उनके पास कर कटौती और सुधारों के जरिये अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की साहसिक योजना है। उन्होंने वादा किया कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा छेड़े गए यूक्रेन युद्ध की वजह से पैदा हुए ऊर्जा संकट से व्यावहारिक तरीके से निपटेंगी।