राजस्थान के झुंझुनू जिले में शिक्षा नगरी नाम से प्रसिद्ध पिलानी कस्बे की दो शिक्षिकाओं को सीबीएसई का सर्वोच्च शिक्षक अवार्ड मिलेगा। इसके लिए देशभर से 19 शिक्षकों का चयन हुआ है। जिनमें राजस्थान से सिर्फ दो ही शिक्षिकाएं शामिल हैं। यह दोनों पिलानी के स्कूलों की हैं। इनमें एक बिरला बालिका विद्यापीठ की डॉ. संध्या व्यास व दूसरी बिरला शिशु विहार की हेमा जोशी हैं। झुंझुनू जिले की देा शिक्षिकाओं को सम्मान मिलना पिलानी ही नहीं बल्कि पूरे जिले के लिए गौरव की बात है। क्योंकि शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को उनके योगदान के लिए सीबीएसई की ओर से हर वर्ष यह सम्मान दिया जाता है। इस सम्मान के लिए शिक्षक का एजुकेशन अचिवमेंट देखा और परखा जाता है।
अब तक पिलानी की 7 शिक्षकों को यह अवार्ड मिल चुका है। सबसे पहले 2004 में बिरला शिक्षण संस्थान के बिरला बालिका विद्यापीठ की पूर्व प्राचार्या वीजी पट्टम्मल को यह अवार्ड मिला था। उसके बाद बिरला बालिका विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ. एम कस्तूरी को व बिरला पब्लिक स्कूल के प्राचार्य कैप्टन अलोकेश सेन को भी 2013 में,यह अवार्ड मिल चुका है। बिरला बालिका विद्यापीठ की वरिष्ठ शिक्षिका अनीता मिश्रा व अचला वर्मा को 2020 में यह अवार्ड मिला। इस वर्ष यह अवार्ड बिरला शिशु विहार की वरिष्ठ शिक्षिका हेमा जोशी व बिरला बालिका विद्यापीठ की संध्या व्यास के नाम की घोषणा हुई है। 2021 में विद्यालय की डीन ऑफ अकेडेमिक्स अचला वर्मा भी राष्ट्रपति के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित हो चुकीं हैं।
बिरला बालिका विद्यापीठ की अर्थशास्त्र की अध्यापिका डॉ. संध्या व्यास को सीबीएसई सम्मान’ के लिए चुना गया है। डॉ. संध्या को शिक्षण के क्षेत्र में किए उनके कार्यों को देखते हुए चयन किया है। वे पिछले 19 वर्षों से यहां अर्थशास्त्र की अध्यापिका व सामाजिक विज्ञान की विभागाध्यक्ष हैं। वे विद्यालय के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ शिक्षक, बेंचमार्क परिणाम पुरस्कार के अतिरिक्त राष्ट्रीय शिक्षा नेतृत्व पुरस्कार, मदर टेरेसा उत्कृष्टता पुरस्कार, शिक्षा उत्कृष्टता के लिए प्राइड ऑफ एशिया इंटरनेशनल अवार्ड और वर्ष 2021 का गतिशील शिक्षक आदि पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं। प्राचार्या डॉ. एम कस्तूरी ने चयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके इस चयन से बिरला शिक्षण संस्थान गौरवान्वित हुआ है।
बिरला शिशु विहार की वरिष्ठ शिक्षिका हेमा जोशी का भी चयन किया है। प्राचार्य पवन वशिष्ठ ने बताया कि शिक्षक दिवस पर बायोलॉजी की वरिष्ठ शिक्षिका हेमा जोशी को 6 सितंबर को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा। मीडिया प्रभारी डॉ. मनोज जांगिड़ ने बताया कि वे पिछले 22 वर्षों से शिक्षण क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं। वे कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं। इनमें सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक रूप से जागरूक शिक्षक, सर्वश्रेष्ठ पर्यावरण के प्रति जागरूक शिक्षक और बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में बेंचमार्क स्थापित करने के लिए प्रदर्शन प्रोत्साहन पुरस्कार शामिल हैं। उनके नेतृत्व में ही देश के 16000 स्कूलों में से शीर्ष 250 स्कूलों में बिरला शिशु विहार शामिल हो सका। इतना ही नहीं राजस्थान के टॉप 4 स्कूलों में जगह मिली।