करंडा से सैदपुर ननिहाल में आया युवक ममेरे भाई और उसके दोस्तों के साथ गंगा नहाते समय नदी में डूब गया। गंगा की गहराई में जाते ही अचानक संतुलन बिगड़ने पर साथियों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन वह भी डूबने लगे। आसपास के लोगों ने तीन को बाहर निकला लिया लेकिन एक युवक तेज प्रवाह में बह गया। एक नाविक कुछ दूरी तक नाव लेकर गया लेकिन युवक का पता नहीं चल सका। इसे बाद ममेरे भाई ने परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी पाकर पहुंची कोतवाली पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया और तलाश शुरू कराई। घंटों मशक्कत के बाद युवक का शव कुछ दूरी पर बरामद हो सका। सूचना पर करंडा से पहुंचे परिजन शव देखकर रोते बिलखते रहे।
करंडा थाना क्षेत्र के नारी पचदेवरा निवासी कमल किशोर (23) नासिक में अपने मामा के साथ रहकर जेसीबी चलाता है। सैदपुर कोतवाली क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी मामा विजय बहादुर की पिछले कुछ दिनों से तबियत ठीक नहीं थी और रक्षाबंधन त्योहार के चलते दोनों शनिवार को नासिक से ट्रेन से गाजीपुर आ गए। औड़िहार स्टेशन पर रात 10.30 बजने के कारण कमल किशोर करंडा जाने की बजाय मामा के गांव चला गया। रात में परिजनों को बताकर वहीं सो गया। विजय बहादुर ने अपने बेटे विमल को दोस्त के साथ सैदपुर बाजार जाकर मिठाई लाने को कहा, इस पर कमल किशोर भी घर जाने के पहले विमल के साथ बाजार चला गया। रास्ते में उसके दोस्त आकाश (21) तथा हरेंद्र (20) मिल गए तो चारों गंगा किनारे पहुंच गए। बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर नहाने के बाद खरीदारी का प्रोग्राम बनाया। सभी ने सेल्फी इसके बाद सभी पानी में उतर गए। पहले सभी किनारे पर नहाते रहे फिर एक दूसरे का हाथ पकड़कर अंदर की ओर जाने लगे, इसी दौरान तेज प्रवाह में कमल किशोर डूबने लगा। उसका हाथ पकड़े सभी डूबने लगे और एक दूसरे का हाथ छूट गया आसपास के लोगों के प्रयास से तीन को बाहर निकाला जा सके, अन्य एक बह गया। लगभग तीन बजे गोताखोरों ने शव बरामद किया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परिजनों से किया था सुबह आने का वादा::
नासिक में मामा विजय बहादुर के साथ काम करने वाला भांजा कमल किशोर रात में ही घर करंडा जाना चाहता था। उसने भाई से औड़िहार लेने आने की बात भी कर ली थी लेकिन रात अधिक होने से मामा ने उसे नहीं जाने दिया। रात में कमल ने परिजनों से सुबह जल्द ही आने का वादा भी किया। परिजनों के अनुसार मृतक कमल किशोर अपने तीन भाई और दो बहनों में सबसे छोटा था। भाइयों सहित माता तेरसा देवी और पिता केदार राम का रो-रोकर बुरा हाल है।
आशा खबर / शिखा यादव