मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सुबह 6.30 बजे भिंड और सीधी जिले के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। बैठक में जिला प्रशासन सहित मंत्री अरविंद भदौरिया, ओपीएस भदौरिया और प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी जुड़े। सीधी जिले की प्रभारी मंत्री मीना सिंह भी बैठक में जुड़ीं।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्शन और प्रोत्साहन साथ-साथ हो। जो अधिकारी या कर्मचारी गड़बड़ी करें, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए और जो अच्छा काम करे उनके काम को प्रोत्साहन मिले। मुख्यमंत्री ने पहले भिंड कलेक्टर से चर्चा की और उनसे शासन की विकास योजनाओं की प्रगति की ली और उन्हें जरूरी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने गौरव दिवस के आयोजन की स्थिति जानी। उन्होंने कहा भिंड पुरुषार्थियों का जिला है, वीरों का जिला है। अगर हमने जागरूकता ला दी तो शहर संवर जाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को रुके कामों तेजी लाने, शुभ अवसरों पर पेड़ लगाने और इसके लिए लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। आंगनवाड़ी अडॉप्ट करने की स्थिति की भी जानकारी की। उन्होंने कहा कि मैं भोपाल में हाथ ठेला लेकर बच्चों के लिए खिलौने लेने निकलने वाला हूं। आप भी भिंड की योजना बनाएं। गोविंद सिंह राजपूत, अरविंद भदौरिया और ओपीएस भदौरिया मिलकर योजना बनाएं।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने सीधी के कलेक्टर से वर्चुअली जरिए चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस बार तय करें कि नीट और क्लैट जैसी परीक्षाओं में सीधी जिले से बच्चों का सिलेक्शन हो। इसके लिए बच्चों को गाइड करें। इसके अलावा पेयजल आपूर्ति, प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि राशन का देरी से वितरण बेहद आपत्तिजनक है। आज ही वल्लभ भवन में खाद्य विभाग की बैठक बुलाओ, पीएस को बुलाओ। सीएम हेल्पलाइन में सीधी की स्थिति चिंताजनक है, शिकायतों का निपटारा धीमे हो रहा है, ये नहीं चलेगा। पूरी रिपोर्ट बनाकर सीएमओ को भेजें।
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिवनी और नीमच के कलेक्टर और एसपी से चर्चा की थी।