-परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022 सदन में पेश
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए मंगलवार 11 बजे तक स्थगित कर दी गई। इस दौरान सदन में परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022 भी पेश किया गया।
सोमवार को एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे सदन की बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने महत्वपूर्ण दस्तावेज सदन के पटल पर रखने की कार्यवाही पूरी कराई। तत्पश्चात केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने सदन में परिवार न्यायालय (संशोधन) विधेयक, 2022 पेश किया।
इस बीच, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) हनुमान बेनीवाल सदन में अग्निपथ योजना के विरोध में धरने पर बैठ गए । वहीं विपक्ष के कई सांसद अपनी मांगों को लेकर सदन के बीचो बीच आ गए। अग्निवीर योजना को वापस लेने की मांग को लेकर बेनीवाल अध्यक्ष के आसन के समीप आकर तख्ती लहराते हुए धरने पर बैठ गए। बाद में पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र अग्रवाल ने कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले, सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उपचुनाव में नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई। उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से निर्वाचित घनश्याम सिंह लोधी, आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ और पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से चुने गए शत्रुघ्न सिन्हा ने शपथ ली। इसके बाद, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसके बाद जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उनकी मृत्यु से जापान ने जहां एक विजनरी नेता खोया है वहीं भारत ने एक सच्चा मित्र भी खोया है।
उन्होंने यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख खलीफा बिन जायद अल नह्यान के निधन पर भी दुख जताया। बिरला ने कहा कि खलीफा के शासनकाल में भारत के नागरिकों को बड़ा सम्मान मिला है। इसके अलावा केन्या के राष्ट्रपति और सदन के आठ पूर्व साथियों के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई। इसमें हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखराम शामिल रहे।
अध्यक्ष ने सदन में नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी और कहा कि लोकसभा में अब कोई स्थान रिक्त नहीं रहा।
लोकसभा अध्यक्ष ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ जंग में देश में 200 करोड़ टीके लगाए जाने की उपलब्धि हासिल करने पर देशवासियों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के काम की सराहना की। इसके बाद उन्होंने सदन में कहा कि आज देश में राष्ट्रपति का चुनाव है। देश में हर चुनाव उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। उन्होंने सदन के अन्य सदस्यों से भी आग्रह किया कि वे भी इसे उत्सव की तरह मनाएं और बढ़ चढ़कर मतदान में हिस्सा लें। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोबारा, बैठक शुरू होने पर सदन में हंगामें के कारण कार्यवाही 19 जुलाई, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल