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पाकिस्तानी अखबारों सेः महंगाई से त्रस्त अवाम को फिर से नया झटका लगने की खबरों को प्रमुखता

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– बार-बार जरूरी चीजों की कीमतें बढ़ने से सहयोगी दल नाराज, कहा- इमरान सरकार ही ठीक थी

– रोजनामा एक्सप्रेस की ब्रिक्स सम्मेलन पर खबर, लिखा- भारत ने रुकवाई पाकिस्तान की उपस्थिति

पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचार पत्रों ने पहले से ही महंगाई से कराह रही जनता को एक और नया झटका लगने की खबरें प्रकाशित की हैं।

अखबारों ने लिखा है कि बिजली 7 रुपये 90 पैसे प्रति यूनिट महंगी कर दी गई है। अखबारों ने बताया है कि बिजली उपभोक्ताओं पर 113 अरब का अतिरिक्त बोझ डाला गया है। अखबारों ने यह भी खबर दी है कि एलपीजी गैस के दाम में भी 10 रुपये प्रति किलो की वृद्धि की गई है। अखबारों ने खबर दी है कि प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल से नाराज चल रहे हैं और वह उनके स्थान पर जुलाई में पाकिस्तान वापस आ रहे सिनेटर इस्हाक डार को वित्त मंत्री बनाना चाहते हैं। अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि जुलाई में लोड शेडिंग बढ़ने की संभावना अधिक है।

अखबारों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को समर्थन दे रहे कई दलों की नाराजगी की खबरें देते हुए बताया है कि बाप पार्टी, एमक्यूएम और एएनपी के जरिए सरकार पर हमला बोला जा रहा है और यह कहा जा रहा है कि पूर्व की इमरान सरकार ही सही थी। अखबारों ने फ्रांस के जरिए पाकिस्तान को दिए गए 107 मिलियन डॉलर के कर्ज की अदायगी को 6 साल के लिए टालने की खबरें भी प्रमुखता से छापी हैं। अखबारों ने सिंध में स्थानीय निकाय चुनाव में धांधली के खिलाफ जीडीए और जेयूआई (एफ) के जरिए आज धरना दिए जाने की खबरें भी प्रमुखता से छापी हैं।

अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा कि देश में काबिज माफिया साफ और स्वच्छ इलेक्शन नहीं होने देगा। यह सभी खबरें रोजनामा दुनिया, रोजनामा खबरें, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।

रोजनामा खबरें ने एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि 17 प्रतिशत सेल टैक्स, निर्माण लागत में वृद्धि और कच्चे माल के इंपोर्ट पर लगी रोक से पाकिस्तान में जान बचाने वाली दवाइयों की किल्लत बढ़ गई है। अखबार ने बताया है कि जान बचाने वाली 40 से अधिक दवाइयां बाजार से गायब हो गई हैं, जिसकी वजह से मरीज परेशान है। अखबार ने बताया है कि मानसिक तनाव, जोड़ों के दर्द, कोलेस्ट्रॉल और फेफड़ों के इन्फेक्शन, शुगर, ब्लड प्रेशर, हेपेटाइटिस की दवाएं मार्केट से गायब हैं। मिर्गी और माइग्रेन के दर्द की दवा भी मिलना मुश्किल हो गया है। अखबार का कहना है कि बाजार में इस तरह की दवाइयों के गायब होने से मरीज काफी परेशान हैं और अफरा-तफरी का माहौल है।

रोजनामा एक्सप्रेस ने एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि भारत ने चीन में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में पाकिस्तान की उपस्थिति को रुकवा दिया है। अखबार का कहना है कि वर्चुअल सम्मेलन से पहले मेजबान चीन के साथ बातचीत में शामिल रहे पाकिस्तान की उपस्थिति को रोकना दुर्भाग्यपूर्ण है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आसिम इफ्तिखार का कहना है कि चीन में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में पाकिस्तान की उपस्थिति को रोकने के पीछे एक सदस्य मुल्क का हाथ है। अखबार ने बताया कि चीन के विदेश मंत्रालय ने भी इस पर एक बयान दिया है, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान एक रणनीतिक साझेदार है और फ्रेंड ऑफ ग्लोबल डेवलपमेंट ग्रुप का एक अहम सदस्य भी है। उनका कहना है सदस्य देशों से बातचीत के बाद यह फैसला किया गया है।

रोजनामा नवाएवक्त ने खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में सेना और अर्धसैनिक बलों की घर-घर तलाशी की कार्रवाई जारी है। इस दौरान दो और कश्मीर युवकों को जिला कोलगाम में मार गिराया गया है। अखबार ने बताया है कि श्रीनगर, कुपवाड़ा, बारामुला, पुलवामा समेत अन्य जिलों में छापामार कार्रवाई जारी है। डोडा से एक युवक को गिरफ्तार भी किया गया है।

आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल

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