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राजौरी विस्फोट मामले में दो गिरफ्तार, आईईडी और अन्य सामग्री बरामद

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राजौरी जिले में हुए विस्फोटों के मामले में लश्कर से संबद्ध दो लोग गिरफ्तार

राजौरी जिले में हाल ही में हुए विस्फोट के तीन मामलों को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी की है। इनके कब्जे से पांच आईईडी तथा अन्य संदिग्ध सामान बरामद किया गया है।

मंगलवार को पुलिस ने बताया कि राजौरी पुलिस ने 26 मार्च, 2022 को दोहरे विस्फोटों और 19 अप्रैल, 2022 को कोटरंका शहर में हुए एक और विस्फोट के मामलों को सुलझा लिया है। उन्होंने बताया कि इन विस्फोटों में दो लोग घायल हो गए थे। इन विस्फोटों के संबंध में विभिन्न धाराओं के तहत दो अलग-अलग पुलिस थानों में मामले दर्ज किए गए। जांच के दौरान मिली लीड पर काम करते हुए राजौरी पुलिस और सेना की 60आरआर (14 सेक्टर) की संयुक्त टीमों ने जिला राजौरी के लरकोटी, तरगैन, जगलानू और द्राज क्षेत्रों में विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे और तलाशी अभियान चलाए। इस दौरान दो संदिग्धों मोहम्मद शब्बीर निवासी द्राज, बुधल और मोहम्मद सादिक निवासी द्राज, बुधल को गिरफ्तार किया गया। ये इन घटनाओं में शामिल रहे थे।

जांच के दौरान यह सामने आया है कि मोहम्मद शब्बीर और मोहम्मद सादिक के अलावा तालिब शाह (निवासी, द्राज, बुधल) भी इन विस्फोट की घटनाओं में शामिल था। इन तीनों ने पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के निर्देश पर काम करते हुए हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक प्राप्त किए और बाद में इनका उपयोग विस्फोट करने के लिए किया। प्रारंभिक जांच के दौरान यह सामने आया है कि तालिब शाह के नेतृत्व वाले इस समूह ने जनवरी, मार्च और अप्रैल, 2022 के महीनों में लांबेडी-कालाकोट क्षेत्र से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तीन खेप प्राप्त की है।

इस मामले में दो आरोपित मोहम्मद शब्बीर और मोहम्मद सादिक को गिरफ्तार किया गया है जबकि तीसरा आरोपित तालिब शाह फरार है। तालिब शाह राजौरी में लश्कर का कमांडर है। वह पीर पंजाल इलाके में सभी आतंकी गतिविधियों का मास्टरमाइंड है। उसने कई युवाओं को राजौरी में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रेरित भी किया है। शब्बीर और सादिक को भी तालिब ने आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया था। पिछले दो से तीन वर्षों में पीर पंजाल जिलों में लगभग सभी आतंकी घटनाओं में तालिब की भूमिका रही है।

यह भी सामने आया है कि यह समूह लश्कर-ए-तैयबा संगठन के कुछ कश्मीर आधारित सक्रिय आतंकवादियों को कंडी-बुधल क्षेत्र में भी पनाह दे रहा था और पीर पंजाल जिलों में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के प्रयास कर रहा था।

फिलहाल यह जम्मू-कश्मीर पुलिस व सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि विस्फोटों से इलाके में दहशत फैल गई थी और ये आरोपित सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए ऐसी और घटनाओं की साजिश रच रहे थे। तालिब के दो साथियों की गिरफ्तारी आतंकी संगठन लश्कर के लिए बड़ा झटका है।

गिरफ्तार आरोपितों ने शुरुआती पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने द्राज इलाके के जंगल में कुछ विस्फोटक सामग्री छिपाई है। पुलिस और सेना की 60 आरआर द्वारा क्षेत्र की तलाशी के दौरान पांच आईईडी, पांच रिमोट कंट्रोल, 19 पावर सोर्स (सेल), एक कवर रैप, एक क्लॉथ पीस और दस फ्यूज बरामद हुए हैं।

इन आरोपितों पर कुछ और आपराधिक, विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने का भी संदेह है, जिसके लिए उनसे निरंतर पूछताछ की जा रही है। पीर पंजाल क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों के दौरान हुए कई आतंकी व आपराधिक मामलों को सुलझाने में तालिब की गिरफ्तारी बहुत महत्वपूर्ण है।

आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल

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