संघ पदाधिकारी ने कहा कि जून 1975 में देश में तीन बड़ी घटनाएं हुई थी, जिस वजह से इंदिरा सरकार को आपातकाल लगाना पड़ गया था। पहला- जेपी आंदोलन एक जून तक राष्ट्रव्यापी बन चुका था और दूसरा- गुजरात विधानसभा चुनाव में इंदिरा की कांग्रेस सरकार को करारी हार मिली
आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने आपातकाल के काले दौर को याद किया। उन्होंने कहा कि हमारे अपने लोगों ने ही संविधान का दुरुपयोग किया। उन्होंने आम लोगों और जयप्रकाश नारायण जैसे व्यक्तियों की आवाज को दबा दिया।
आपातकाल की 48वीं वर्षगांठ पर रविवार को एक कार्यक्रम को संघ महासचिव होसबोले ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को कांग्रेस की इंदिरा सरकार ने आपातकाल लागू किया था। 21 महीनों के आपातकाल में लोगों के मूलभूत अधिकारों को खत्म कर प्रेस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उस दौरान संघ पर प्रतिबंध लगाना ही इंदिरा सरकार की प्राथमिकता थी। एक लोकतांत्रिक देश में आवाज दबाना कभी सफल नहीं हो सका था। उन्होंने आपातकाल क्यों लगाया। आपातकाल तब लगाया जाता है, जब देश को खतरा होता है। लोकतंत्र में अगर कोई व्यक्ति या पार्टी असुरक्षित और अस्थिर हो तो संविधान का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।