वाराणसी में बीएचयू आईआईटी के शोध छात्र ने खुदकुशी कर ली। आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं है। लंका थाने की पुलिस अवसाद को कारण मान रही है। पुलिस की पूछताछ में हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि कुलदीप की शादी बीते साल नवंबर महीने में हुई थी। उसकी फेलोशिप अगले माह बंद होने वाली थी और उसका शोध कार्य भी अंतिम चरण में था।
कुलदीप आईआईटी के गणित विज्ञान विभाग का शोध छात्र था। कुलदीप के हॉस्टल के छात्रों ने उसके कमरे का दरवाजा शाम छह बजे के बाद खुलते हुए नहीं देखा। कुलदीप के कमरे की लाइट की भी नहीं जल रही थी। रात 10 बजे के लगभग कुलदीप का रूम पार्टनर यशवीर अपने विभाग से आया और दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला।
इस पर यशवीर और अन्य छात्रों को शंका हुई। छात्रों ने अपने वार्डेन के साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। लंका थाने की पुलिस के आने पर छात्र कुलदीप के कमरे का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे तो वह गमछे और रस्सी से बने फंदे के सहारे पंखे से लटका हुआ था।
पुलिस की पूछताछ में हॉस्टल के छात्रों ने बताया कि कुलदीप की शादी बीते साल नवंबर महीने में हुई थी। उसकी फेलोशिप अगले माह बंद होने वाली थी और उसका शोध कार्य भी अंतिम चरण में था।