कांवड़ मेला की तैयारियों को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने अधीनस्थों के साथ बैठक की। कांवड़ मेले में विवाद के संभावित कारणों पर चर्चा करते हुए उनसे निपटने की रणनीति बनाई गई। तय किया गया कि कांवड़ मार्ग पर एक सौ मीटर के दायरे में मांस-मदिरा की दुकानें नहीं खोली जाएंगी।
पुलिस कार्यालय स्थित सभागार में आयोजित बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कांवड़ मेले में मुख्य तौर पर विवाद के तीन बड़े कारण सामने आते हैं। कांवड़ मेले के दौरान किसी कांवड़ यात्री को टक्कर लगने या कोई और दुर्घटना होने पर तत्काल निस्तारण न होने पर बवाल की स्थित उत्पन्न हो जाती है, इसलिए पुलिसकर्मी तत्काल सक्रियता दिखाएं। दूसरा कारण डायवर्जन होता है। भीड़ के मद्देनजर तय किए गए डायवर्जन पर मोड़ने के दौरान कांवड़ यात्रियों और पुलिस का विवाद होता है। कई बार कांवड़ यात्री जबरन उसी मार्ग पर जाना चाहते हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए डायवर्जन प्वाइंट पर पर्याप्त पुलिस बल मय बाडी प्रोटेक्टर, केन सील्ड व अन्य उपकरणों सहित 24 घंटे नियुक्त रहेंगे। तीसरा सबसे गंभीर साम्प्रदायिक कारण होता है। कांवड़ मेला हिंदुओं की आस्था का मेला है, जिसमें छोटी-छोटी बातें बड़ा रूप ले सकती हैं। हर थाना प्रभारी को अपने थाना क्षेत्र में हर प्रकार से तैयारी के साथ मुस्तैद रहना है। सभी थाना प्रभारी यह सुनिश्चित कर लें कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर 100 मीटर के दायरे में कोई मांस-मदिरा की दुकानें नहीं लगनी चाहिए।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में नहर पटरी, पार्किंग, घाटों और वैकल्पिक यातायात मार्गों का भौतिक निरीक्षण करते हुए उनमें पाई जाने वाली कमियों का आने वाले पांच दिन के भीतर निराकरण कराएंगे। हाइवे पर जहां-जहां जाम की अधिक समस्याएं हैं, उन स्थानों को चिह्नित करते हुए उसकी सूची कांवड़ मेला नोडल अधिकारी पुलिस अधीक्षक नगर को भेजें, ताकि वहां पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल नियुक्त किया जाए। बैरिकेडिंग या स्लाइडिंग बैरियर लगाए जाने वाले स्थानों पर तैयारी पूरी करें। हरकी पैड़ी क्षेत्र में कांवड़ यात्रियों के आने व जाने का मार्ग निश्चित करते हुए संवेदनशील स्थानों पर प्रत्येक दिशा में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं। कांवड़ बाजार के स्थानों पर मार्ग की सुगम व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे की भगदड़ स्थिति उत्पन्न न हो।
उन्होंने कहा कि बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन अभियान चलाया जाए, जिससे मेले में कोई भी अप्रिय घटना न हो। जिन स्थानों पर कांवड़ यात्री गांव, मोहल्ले से होते हुए गुजरते हैं, उन स्थानों के गणमान्य, संभ्रांत व्यक्तियों के साथ बैठक करें। जिले की सीमाओं पर पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जाए। संवेदनशील स्थानों पर अनुभवी पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया जाए, जिससे कि किसी प्रकार की छोटी से छोटी घटना होने पर तत्काल अपने विवेक का प्रयोग करते हुए उसका समाधान कराया जाए।
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार, पुलिस अधीक्षक अपराध हिमांशु वर्मा, सीओ सिटी शेखर सुयाल सहित सभी सीओ व एसओ, इंस्पेक्टर मौजूद रहे।