भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में खेले जा रहे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल खत्म हो चुका है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने पहली पारी में सात विकेट पर 338 रन बना लिए हैं। क्रिज पर रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी डटे हैं। जडेजा 83 रन पर नाबाद हैं।
मुकाबले में इंग्लैंड ने टॉस जीता था और भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 27 रन के कुल स्कोर पर ही भारत को शुभमन गिल के रूप में पहला झटका लगा। गिल 17 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद भारत ने 98 रन तक पांच विकेट गवां दिए। चेतेश्वर पुजारा 13 रन, हनुमा विहारी 20 रन, विराट कोहली 11 रन और श्रेयस अय्यर 15 रन बनाकर आउट हुए।
संकट में दिख रही भारतीय टीम को यहां से विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत और स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मिलकर संभाला। दोनों ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए छठे विकेट के लिए 222 रन की साझेदारी निभाई। पंत ने इस दौरान टेस्ट करियर का पांचवां शतक लगाया। पंत 111 गेंदों पर 146 रन बनाकर आउट हुए। हालांकि तब तक पंत भारतीय टीम को 300 के पार पहुंचा चुके थे। पंत के आउट होने के बाद जडेजा ने मोर्चा संभाला और पारी को आगे बढ़ाया। दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने पहली पारी में सात विकेट पर 338 रन बना लिए हैं। जडेजा 83 रन बनाकर नाबाद हैं। उनके साथ मोहम्मद शमी (0) नाबाद हैं।
इंग्लैंड की ओर से पहले दिन जेम्स एंडरसन ने तीन विकेट, मैटी पॉट्स ने 2, बेन स्टोक्स और जो रूट ने एक-एक विकेट लिया।
पंत ने नाम किए कई रिकॉर्ड
मुकाबले के पहले ही दिन ऋषभ पंत ने कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। उन्होंने 111 गेंदों पर 146 रनों की तेज पारी खेली है। एक वक्त भारत ने 98 रन पर पांच विकेट खो दिए थे। ऐसे में पंत ने तेज पारी खेलकर भारत को मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकाला। पंत ने 89 गेंदों पर शतक लगाया। इसी के साथ पंत इंग्लैंड में सबसे तेज शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। पहले नंबर पर मोहम्मद अजहरूद्दीन हैं। अजहरूद्दीन ने 1990 में 88 गेंदों में शतक जड़ा था। साथ ही पंत एक कैलेंडर ईयर में दो शतक लगाने वाले चौथे भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले एमएस धोनी, ऋद्धिमान साहा और बी कुंदरन ने ये कारनामा किया है।
इसी पारी के दौरान पंत ने टेस्ट क्रिकेट में 2 हजार रन भी पूरे कर लिए। पंत ने ये उपलब्धि करियर का 31वां टेस्ट खेलते हुए 52वीं पारी में हासिल की। इसके अलावा भी पंत ने कई उपलब्धि अपने नाम की है।