दो साल बाद शुक्रवार को संगम के शहर में भगवान जगन्नाथ रथारूढ़ हुए तो आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। भक्त और भगवान के प्रेम में पगी रथ की रस्सी खींचने के भाव देखते बन रहे थे। जयघोष के बीच रथ खींचकर हर कोई निहाल होने के लिए आतुर नजर आया। भगवान की रथयात्रा जिस राह से गुजरी छतों,बारजों से गुलाब और बेला के फूलों की बारिश कर लोग धन्य हो उठे।
जगन्नाथ जी महोत्सव समिति के तत्वावधान में सुबह 10 बजे जीरो रोड से निकली रथयात्रा में हर तरफ से भीड़ निकली। इस दौरान पुराने शहर की सड़कों से लेकर गलियों तक लोग रथारूढ़ प्रभु जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के दर्शन के लिए आतुर थे। समिति के अध्यक्ष गोवर्धन दास गुप्ता ने मान्यताओं और विधियों के अनुसार भगवान जगन्नाथ का पूजन-अर्चन कर उन्हें नंदीघोष रथ पर विराजित किया।
बतौर मुख्य अतिथि भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्त, भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी, रथयात्रा संयोजक बसंत लाल आजाद, सहसंयोजक राजेश केसरवानी, जयराम गुप्ता, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, कुमार नारायण, दाऊ दयाल गुप्ता, पूर्व पार्षद विजय वैश्य, गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के सतीश चंद्र केसरवानी ने महा आरती कर रथ यात्रा का शुभारंभ किया।
रथयात्रा में देवी-देवताओं की झांकियां देखते बन रही थीं। गरुड़ ,भगवान गणेश, कृष्ण- बलराम, राधा- कृष्ण, हनुमान,लक्ष्मी नारायण, इंद्र और पांच पांडवों की झांकी के साथ विजय ध्वज पताका, डीजे पाइप बैंड, मृदंग की गूंज हर किसी को मुग्ध करती रही। इस दौरान समिति के सदस्य पीत वस्त्र धारण कर भक्तिमय भजनों पर झूमते-नाचते चल रहे थे।
रथयात्रा अग्रसेन चौराहा, एससी बासु रोड, चमेली बाई धर्मशाला, जानसेनगंज, घंटाघर, चौक, लोकनाथ, बहादुरगंज, सुलाकी चौराहा, राम भवन, मुट्ठीगंज, हटिया, पुलिस बूथ चौराहा, बांस मंडी, सतीचौरा, बलुआ घाट, कटघर चौराहे से होते हुए काशी राजनगर स्थित प्रयागेश्वर जगन्नाथ मंदिर पहुंची। इस रथयात्रा में कृष्ण भगवान केसरवानी, मोहित कुमार, त्रिलोकी केसरवानी, हैप्पी कसेरा, नीरज सिंह जडिया, अमर वैश्य मुन्ना भैया समेत तमाम लोग शामिल थे।