शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने 30वें मुख्यमंत्री के रूप में महाराष्ट्र में सरकार बनाने का न्योता दिया है। इसलिए आज शाम को साढ़े 7 बजे एकनाथ शिंदे अकेले राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
पिछले 10 दिनों तक राज्य से बाहर रहे एकनाथ शिंदे आज दोपहर मुंबई लौटे। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने भाजपा नेताओं के साथ राजभवन में जाकर राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी से मुलाक़ात की। उन्होंने राज्यपाल को भाजपा के 106 विधायकों का तथा शिंदे गुट के 50 विधायकों के समर्थन का दावा सरकार बनाने के लिए पेश किया। इसके बाद राज्यपाल भगतसिंह ने एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने का न्योता दिया है।
महाराष्ट्र के संभावित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज भवन में पत्रकारों को संबोधित किया। देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि एकनाथ शिंदे आज शाम को अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके बाद बहुत जल्द वे अपने मंत्री समूह का विस्तार जल्द करेंगे, लेकिन वे सरकार में शामिल नहीं होंगे।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2019 का विधानसभा का चुनाव शिवसेना व भाजपा ने साथ मिलकर लड़ा था और राज्य के नागरिकों ने राज्य में शिवसेना भाजपा को ही सरकार बनाने के लिए मतदान किया था। उस सरकार के गिरने के बाद उन्होंने मजबूत सरकार देने का प्रयास किया है। यह सरकार राज्य में रुके विकास कार्यों को पूरा करेगी। वे सरकार में नहीं रहेंगे, लेकिन उनका पूरा समर्थन सरकार को रहेगा। बाहर रहकर वे इस सरकार को विकास के मार्ग पर ले जाएंगे।
एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों को बताया कि पिछली सरकार में वे नगर विकास मंत्री थे, लेकिन काम करने में मर्यादा थी। खुलकर काम नहीं कर पा रहे थे। भाजपा व शिवसेना ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन लगातार हमें कमजोर किया जा रहा था। इसी वजह से शिवसेना के 39 विधायकों ने नाराजगी जताई थी। इस समय संख्याबल देवेंद्र फडणवीस के साथ है और वे खुद मुख्यमंत्री बन सकते थे लेकिन उन्होंने बड़ा मन दिखाते हुए उन्हें मुख्यमंत्री का पद पेश किया है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि वे भाजपा की कसौटी पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे तथा राज्य को विकास की राह पर ले जाएंगे।