गाजीपुर में अरावली मार्ग पर युवक का मेडिकल स्टोर है। उनकी दुकान पर अक्सर अलीगंज सेक्टर-ओ निवासी युवती दवा लेने के लिए आती थी। पीड़ित के अनुसार 24 मई की सुबह युवती ने कॉल कर तबियत खराब होने की बात कहते हुए दवा पहुंचाने के लिए कहा था। मेडिकल स्टोर संचालक के अनुसार वह दोपहर करीब 12 बजे दवा लेकर युवती के घर पहुंचा। फोन मिलाने पर युवती ने दवा लेकर प्रथम तल पर बुला लिया। जहां युवती ने दवा लेने के बाद रुपये लाने की बात कही। जिसके बाद वह कमरे में चली गई थी। मेडिकल स्टोर संचालक कुर्सी पर बैठा हुआ था। तभी एक युवक कमरे से बाहर निकला। जिसने सत्येंद्र शर्मा के तौर पर पहचान बताई। युवक ने मेडिकल स्टोर संचालक को देखते ही गाली देना शुरू कर दिया। विरोध करने पर आरोपी मारपीट करने लगा।
वीडियो को डिलीट करने के लिए मांगे 10 लाख रुपये
आरोप है कि मेडिकल स्टोर संचालक के कपड़े फाड़ दिये। आरोपी ने वीडियो बनाया। जिसे डिलीट करने के लिए 10 लाख रुपये की मांग की। संचालक के अनुसार सत्येंद्र ने वीडियो डिलीट करने के लिए कहने पर 50 हजार रुपये मांगे थे। उस समय युवक के पास रुपये नहीं थे। इसलिए मेडिकल स्टोर पर चलने के लिए कहा। सत्येंद्र अपनी कार से उसे दुकान पर ले गया। कार से उतरते समय उसने धमकी दी कि वीडियो सोशल मीडिया में डाल दूंगा। इस डर से मेडिकल स्टोर संचालक ने 50 हजार रुपये उसे दे दिए। फिर वीडियो डिलीट करने के लिए कहा। लेकिन आरोपी ने वीडियो हटाने के बदले 10 लाख रुपये देने के लिए कहा। युवक ने इतने रुपये नहीं होने की बात कही तो आरोपी ने चेक देने का दबाव बनाया। उसने कहा था कि जब दस लाख दोगे तो यह चेक वापस कर दूंगा।
बैंक पहुंच भुगतान पर लगवाई रोक
गिरोह के चंगुल में फंसे मेडिकल स्टोर संचालक ने खौफ की वजह से दस लाख का चेक काट कर सत्येंद्र को दिया था। रुपये जुटाने के लिए एक हफ्ते का समय भी मांगा था। सत्येंद्र के जाने के बाद 25 मई को मेडिकल स्टोर संचालक ने बैंक पहुंच कर चेक के भुगतान पर रोक लगवाया। पीड़ित के अनुसार चेक कैंसिल होने के बाद उसने डर के कारण पुलिस में शिकायत करना उचित नहीं समझा। लेकिन कुछ दिन पहले पीड़ित को आरोपी ने दोबारा से कॉल कर धमकी दी। काफी परेशान होने केबाद शनिवार को पीड़ित गाजीपुर थाने पहुंचा। तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने सत्येंद्र शर्मा, पूजा के खिलाफ फिरौती मांगने, मारपीट व धमकी की धारा में केस दर्ज कर लिया है।