नीट पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पेपर लीक मामले के आरोपी चिंटू ने बताया कि कैसे पेपर लीक किया गया था और कितने की डील हुई थी?
नीट परीक्षा में पेपर लीक के मामले को लेकर पूरे देश में हंगामा मचा है। इस मामले की जांच अब सीबीआई के हवाले की गई है जिसमें एफआईआर दर्ज की गई है। इसके तार कई राज्यों से जुड़े हैं। बिहार पुलिस ने इसका खुलासा किया था। सूत्रों के अनुसार, लर्न प्ले स्कूल में प्रश्न पत्र और आंसर के 10-12 प्रिंट निकालने के बाद ही प्रिंटर खराब हो गया था। इस कारण छात्रों की संख्या के हिसाब से प्रिंट आउट नहीं निकल पाया, जिस वजह से छात्रों को प्रश्न और उत्तर रटने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल सका।
चिंटू ने किया खुलासा
चिंटू ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है और उसने बताया है कि उसके मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उत्तर रॉकी ने भेजा था। बता दें कि रॉकी संजीव मुखिया का रिश्तेदार है और रॉकी रांची के चुटिया थाना क्षेत्र के कुडरू इलाके में रेस्टोरेंट चलाता है। चिंटू ने ये जानकारी भी दी कि सबसे पहले बायोलॉजी का प्रश्नपत्र और उत्तर उसे मिला था। इसके बाद फिजिक्स का, फिर केमेस्ट्री का मिला था।
परीक्षा से एक दिन पहले पटना में पुलिस ने अधजला बुकलेट नंबर 6136488 बरामद किया गया था। जांच में यह बात सामने आयी थी कि यह बुकलेट हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को आवंटित किया गया था। इस बुकलेट नंबर पर ओएसिस स्कूल में एक छात्रा ने परीक्षा दी थी। छात्रा से भी पूछताछ की गयी है, उसके मोबाइल की भी जांच की गयी है।
डायरी में लिखा है रेट
चूंकि 5 मई की सुबह चिंटू के मोबाइल पर प्रश्न पत्र पहुंचा, जांच टीम यह मान कर चल रही है कि प्रश्नपत्र को माफियाओं ने एसबीआई से ओएसिस स्कूल पहुंचाने के दौरान ही लीक किया होगा। देवघर में जिस घर से गिरफ़्तारी हुई वहां तलाशी के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली है। इसमें चिंटू सहित कई लोगों का हिसाब-किताब दर्ज है। इस डायरी में प्रश्न-पत्र और उत्तर उपलब्ध कराने का रेट 30 लाख से 60 लाख रुपये तक लिखा है। इसकी हैंडराइटिंग काफी खराब होने की वजह से पूरी तरह से समझ पाने में दिक्क़त हो रही है।