चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात जिन दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार आरोपियों ने नौ लाख रुपये भर्ती के नाम पर दिए थे, उन दोनों पुलिसकर्मियों को विजिलेंस ने हिरासत में ले लिया है।
पंजाब पुलिस में दर्जा-4 के पदों पर भर्ती धोखाधड़ी मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने अब बैंक खातों और कॉल डिटेल्स की जांच शुरू कर दी है।
विजिलेंस के एक अधिकारी ने बताया कि 43 बैंक खातों के सुराग हाथ लगे हैं। इनमें पकड़े गए दोनों आरोपी तरलोचन पाल और सुरिंदर पाल के सात से आठ बैंक खाते हैं, जिनकी जांच की जा रही हैं। इन बैंक खातों में भी 102 लोगों से भर्ती के नाम पर पैसे ट्रांसफर कराए गए थे।
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ स्थित पंजाब पुलिस हेडक्वार्टर में तैनात जिन दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार आरोपियों ने नौ लाख रुपये भर्ती के नाम पर दिए थे, उन दोनों पुलिसकर्मियों को विजिलेंस ने हिरासत में ले लिया है। यहां तक कि इन दोनों पुलिसकर्मियों से विजिलेंस ने वीरवार को पूछताछ की। हालांकि, हेडक्वार्टर में तैनात इन दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी को लेकर अधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं हुई है।
नियमों के विरुद्ध भर्ती रद्द होगी: सीएम
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस भर्ती धोखाधड़ी मामले में विजिलेंस को निष्पक्ष और निडर तरीके से जांच के निर्देश दिए हैं। विजिलेंस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीएम ने वीरवार सुबह इस मामले में रिपोर्ट ली। उन्होंने यह स्पष्ट आदेश दिए हैं कि इस भर्ती स्कैम में अगर दोनों आरोपियों या इस गिरोह में शामिल अन्य अफसरों की मिलीभगत से अगर कोई भर्ती हुई है तो वह रद्द की जाए और उस पर कानूनी कार्रवाई की जाए।