रेलवे को कोयले की ढुलाई अप्रैल में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत गिरकर 576.4 लाख टन होने के बावजूद अन्य खंडों की ढुलाई में इजाफा हुआ है।
भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अप्रैल में माल भाड़े की ढुलाई में 1.45 प्रतिशत की मामूली वृद्धि की। सरकारी अधिकारियों के अनुसार भारतीय रेल ने कोयले की ढुलाई में करीब 60 लाख टन की गिरावट होने के बावजूद 1282.9 लाख टन सामान की ढुलाई की।
अधिकारी ने बताया, ‘अप्रैल 2024 में ढुलाई से राजस्व 14075.14 करोड़ रुपये हो गया। इसमें सालाना आधार पर 1.30 प्रतिशत का इजाफा हुआ।’
रेलवे को कोयले की ढुलाई अप्रैल में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत गिरकर 576.4 लाख टन होने के बावजूद अन्य खंडों की ढुलाई में इजाफा हुआ है। रेलवे की ढुलाई में कोयले की मात्रा और राजस्व की हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत है। भारत के उत्तरी और पश्चिमी हिस्से में अप्रैल में अपेक्षाकृत कम गर्मी पड़ी।
गर्मी की शुरुआत का मौसम ठंडा रहने के कारण अप्रैल में कोयले की मात्रा में गिरावट आई। दरअसल, गर्मी अधिक नहीं पड़ने के कारण तापीय कोयले की मांग कम रही। भारत की बिजली की मांग में बड़ा योगदान उत्तरी और पश्चिम के राज्य देते हैं। देश के पूर्वी हिस्से में बिजली की मांग बढ़ रही है लेकिन यह दो अन्य बड़े क्षेत्रों की तुलना में कम है।
इस साल अभी तक तापीय बिजली के संयंत्रों तक कोयले को पहुंचाने को लेकर कोई दबाव महसूस नहीं किया गया है।
मंत्रालय के कुछ अधिकारियों के अनुसार तापीय बिजली संयंत्रों में कोयले के भंडार का संतोषजनक स्तर होना भी रेलवे नेटवर्क पर दबाव कम करने का एक कारण है। हालिया समय में तापीय बिजली घरों में 16 दिन के कोयले का राष्ट्रीय औसत है।