अगर आप अच्छी नौकरी की तलाश में हैं तो आपका यह इंतजार खत्म हो सकता है. लेकिन, इसके लिए आपको परदेश जाना होगा. यूरोप के खूबसूरत देश जर्मनी में साइंस, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग सेक्टर में विशेषज्ञों की कमी है इसलिए यह देश छात्रों और श्रमिकों को बड़े सैलरी पैकेज पर जॉब ऑफर कर रहा है.
हालांकि, जर्मनी में ये तमाम जॉब पाने के लिए आपको पासपोर्ट और वर्किंग वीजा की जरूरत होगी. आइये आपको बताते हैं आखिर इन सभी सेक्टर्स में कौन-कौन सी नौकरियां और क्या सैलरी ऑफर की जा रही है.
इन सेक्टर्स में नौकरी
इंजीनियरिंग सेक्टर में मरीन इंजीनियर, पेट्रोलियम इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और सिविल इंजीनियर जैसे पदों पर €80,341 से €121,666 तक वेतन मिलता है. भारतीय रुपयों में यह रकम 71 लाख से लेकर एक करोड़ तक है.
आईटी सेक्टर में टेक्निशियन, वेब डेवलपर, कंप्यूटर प्रोग्रामर और सिस्टम एनालिस्ट जैसी पोस्ट पर सालाना €57,506 से €92,064 तक का सैलरी पैकेज मिल रहा है. यह रकम 51 लाख से 82 लाख तक है.
बायोटेक्नोलॉजी और लाइफ साइंसेज सेक्टर में बायोमेडिकल साइंटिस्ट, बायोइनफॉरमैटिक्स स्पेशलिस्ट, फार्माकोलॉजिस्ट और क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट जैसे पदों पर सालाना सैलरी 61 लाख से 96 लाख रुपये तक है.
इसके अलावा, डाटा साइंस, एनालिटिक्स, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन के सेक्टर में भी काफी आकर्षक जॉब उपलब्ध हैं. जर्मनी में 200,000 से अधिक भारतीय नागरिक रेगुलर रेसिडेंस परमिट के साथ रह रहे हैं. विंटर सेमेस्टर 2022-23 के लिए नॉमिनेटेड भारतीय छात्रों की संख्या में वृद्धि देखी गई.
पिछले साल फरवरी में, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने भारतीय आईटी विशेषज्ञों के लिए वर्किंग वीजा हासलि करने की प्रोसेस को सरल बनाया था और इमिग्रेशन को बढ़ावा देने के लिए अप्रवासियों को कई छूट दी थीं.