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क्या शोएब मलिक को पूरी तरह भुला चुकीं सानिया मिर्जा? इंस्टा पोस्ट कर दिया लाइफ मंत्र

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सानिया मिर्जा ने अपने इंस्टा हैंडल से एक तस्वीर पोस्ट कर महिलाओं को एक संदेश देने की कोशिश की है। उन्होंने अपनी तस्वीर के साथ एक खास मेसेज साझा किया है। सानिया ने लिखा, “अपना सर उठा कर जियो रानी, वरना तुम्हारा ताज गिर जाएगा।”

After divorce from shoaib malik sania mirza shares post on insta it is about keeping Chin Up

पूर्व टेनिस प्लेयर सानिया मिर्जा और पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक बीते दिनों एक दूसरे से तलाक लिया था। इसके कुछ दिन बाद शोएब ने पाकिस्तानी अभिनेत्री सना जावेद से तीसरा निकाह कर लिया। सना संग शादी से पहले सानिया ने अपने तलाक पर चुप्पी बनाए रखी थी लेकिन दोनों की शादी की तस्वीरें मीडिया में आने के बाद उन्होंने साफ किया कि शोएब और उनकी राहें पहले ही अलग हो चुकीं थीं। इस बीच सानिया मिर्जा ने अपने इंस्टा हैंडल से एक तस्वीर पोस्ट कर महिलाओं को एक संदेश देने की कोशिश की है।

सानिया ने अपनी तस्वीर के साथ एक खास मेसेज साझा किया है। सानिया ने लिखा, “अपना सर उठा कर जियो रानी, वरना तुम्हारा ताज गिर जाएगा।” सानिया के इस मेसेज को उनके प्रशंसक शोएब मलिक संग उनके तलाक से जोड़कर देख रहे हैं। उनके इस मेसेज से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह शोएब मलिक को भूलने की कोशिश कर रही हैं और मजबूती के साथ खड़ी हैं। सानिया ने 2010 में शोएब से शादी की थी। दोनों का एक बेटा भी है।

6 वर्ष की आयु में शुरु किया प्रशिक्षण
15 नवंबर 1986 को  मुंबई में जन्म लेने वाली सानिया का बचपन हैदराबाद में गुजरा। उनके पिता इमरान मिर्जा पेशे से एक खेल पत्रकार थे।  उनकी शुरुआती शिक्षा खेराताबाद के नासर स्कूल से हुई जबकि आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने हैदराबाद के सेंट मैरी कॉलेज में दाखिला लिया। महज 6 साल की उम्र में सानिया ने निजाम क्लब में टेनिस खेलना शुरु किया था। शुरुआत में कोच ने उनकी उम्र को देखते हुए उन्हें कोचिंग देने से इनकार कर दिया था, लेकिन टेनिस के प्रति उनके लगाव को देखते हुए बाद में वह मान गए।

ग्रैंड स्लैम जीतने वाली सानिया पहली भारतीय महिला खिलाड़ी
सानिया ने 1999 में जकार्ता में हुए विश्व जूनियर चैंपियनशिप के जरिए अपने करियर की शुरुआत की। बाद में उन्होंने 2003 में विबंलडन चैंपियनशिप गर्ल्स डबल में खिताब हासिल किया। 2003 यूएस ओपन गर्ल्स डबल्स के सेमीफाइनल में सानिया पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने चार गोल्ड मेडल जीते। साल 2007 में सानिया ने चार युगल खिताब जीतकर सानिया ने विश्व रैंकिंग में 27वें नंबर पर जगह बनाई। इसके बाद 2009 में महेश भूपति के साथ उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन मिक्स्ड डबल में पहला ग्रैंड स्लैम अपने नाम किया। अपने करियर में सानिया ने 6 ग्रैंड स्लैम अपने नाम किए। ग्रैंड स्लैम जीतने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं।

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