जांच में पता चला कि आरोपी कई दिनों से पीड़िता के अश्लील फोटो दिखाकर उसे ब्लैकमेल कर रहे थे. इसी दौरान उसे दो बार घर से अगवा कर उसका गैंगरेप किया और फिर वापस छोड़ गए.
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में गुरुवार को एक गैंगरेप पीड़िता ने जहर खाकर अपनी जान दे दी है. ये पीड़िता 7वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय एक छात्रा थी. लड़की के पिता ने अपने स्तर पर सीसीटीवी फुटेज जुटाकर पुलिस को सबूत सौंप दिए हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने 5 नामजद आरोपियों के खिलाफ नाबालिग का अपरहण, दुष्कर्म और हत्या के लिए प्रेरित करने का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीम का भी गठन कर दिया है जो उनके ठिकानों पर दबिश दे रही है. फिलहाल पांचों आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं.
घर से अगवा करके ले गए आरोपी
जानकारी के अनुसार, गैंगरेप का ये घटनाक्रम गत 3 व 4 जनवरी का बताया गया है. ग्रामीणों ने मृतक बालिका को हिम्मत दी और मामला पुलिस तक पहुंचा. मृतक बालिका के पिता व गांव के लोगों ने मिलकर बेगूं पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. मृतक बालिका के पिता की रिपोर्ट में बताया कि वह किसान है और कृषि कार्य से अपने खेत पर जाता है. पीछे से आरोपियों ने उसकी 13 वर्षीय बालिका को डरा धमका कर उसके अश्लील फोटो खींचे और उसे ब्लैकमेल करने लगे. गत 2 जनवरी की रात को प्रार्थी अपने खेत पर पिलाई करने गया था और घर के सदस्य सो रहे थे. इसी दौरान आरोपी उसकी पुत्री को घर से उठा कर एक स्थान पर ले गए, जहां उसके साथ कुछ युवकों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया और 3 जनवरी की सुबह होने से पहले वापस उसके घर छोड़ गए. इसी प्रकार 3 जनवरी की रात को आरोपियों ने फिर से बालिका को उसके घर से अगवा किया और एक दुकान पर लेकर गए, जहां फिर से उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और 4 जनवरी की सुबह होने से पहले उसे वापस घर छोड़ कर चले गए. घर छोड़ने के कुछ देर बाद ही उसकी पुत्री ने आरोपियों की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर जहर खा लिया. इसके बाद बालिका की हालत बिगड़ने पर गंभीर अवस्था में चित्तौड़गढ़ ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
सीसीटीवी से हुआ अहम खुलासा
प्रार्थी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कुछ दिनों से उसकी पुत्री गुमशुम सी और डरी-डरी रह रही थी. गत 4 जनवरी को अल सुबह उसे आरोपियों द्वारा घर छोड़ने के ठीक बाद में जहर खाने से उसकी मौत हो गई. जब परिवार ने इसके पीछे का कारण जांचने की कोशिश की जो जांच में आरोपियों द्वारा उसकी पुत्री को ब्लैकमेल करने के लिए एक मोबाइल देने, उसके अश्लील फोटो वायरल करने की बार-बार धमकी देने की जानकारी मिली. इसी दौरान जब गांव के और आरोपियों के ठिकाने के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सामने चौकाने वाले सीसीटीवी फुटेज मिले. आरोपियों में से एक के द्वारा बालिका को घर से लेकर आने और दूसरे द्वारा बाइक से उसे छोड़ने के फुटेज सामने आ गए.
5 आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
रिपोर्ट की सूचना पर उप पुलिस अधीक्षक बद्री लाल राव और थानाधिकारी चन्द्रशेखर किलानिया ने रिपोर्ट लेकर गांव के लोगों से वार्ता की और मामले में पांच नामजद आरोपी भैरू लाल पुत्र सुरेश उर्फ श्रीलाल गुर्जर निवासी सूली मंगरा बेगूं, मुरली पुत्र सतीश मेहर निवासी आंवलहेड़ा थाना बेगूं, बालु पुत्र पुरन माली निवासी जुनी बेगूं, सुनील पुत्र कैलाश चन्द्र रेगर निवासी बेगूं एवं अक्षय उर्फ भय्यु पुत्र किशन लाल शर्मा निवासी जूनी बेगूं के विरूद्ध डरा धमका कर नाबालिग के अश्लील फोटो खींचने, उसे ब्लैकमेल करने, उसके घर से अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने और फिर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा 306, 384, 363, 354 डी आईपीसी व धारा 16/17 पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर थानाधिकारी चन्द्र शेखर किलानिया मामले में जांच कर रहे हैं. मामले में अभी तक आरोपी फरार हैं. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं, लेकिन पुलिस को अभी तक कामयाबी नहीं मिली है.