बैठक में उन्होंने कहा आप में से कई लोग भी इस बात से इत्तेफाक रखते होंगे की गुजरात काफी लंबे समय से भारत का आर्थिक नेता रहा है। गुजराती जोखिम लेने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। गुजराती दुनिया में अवसर की तलाश के लिए प्रसिद्ध हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुजरात के आर्थिक उन्नति की सराहना की। जयशंकर ने शुक्रवार को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट (वीजीजीएस)-2024 में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भारत एक बड़ा बदलाव ला सकता है। हम जब भी भारत की बात करते हैं तो गुजरात कई मायनों में भारत का नेतृत्व करता है।
रेल लाइन का होगा विस्तार
नए आर्थिक गलियारे में दो अलग-अलग गलियारे शामिल होंगे। इसमें, पूर्वी गलियारा भारत को पश्चिम एशिया और मध्यपूर्व से जोड़ेगा तो वहीं, उत्तरी गलियारा पश्चिम एशिया और मध्यपूर्व को यूरोप से जोड़ेगा। एमओयू के अनुसार, इसमें एक रेलवे लाइन शामिल है। रेलवे लाइन के कारण भारत के माध्यम से दक्षिण पूर्व एशिया के बीच वस्तुओं और सेवाओं के ट्रांसशिपमेंट को बढ़ाने वाला मौजूदा मल्टी-मॉडल परिवहन मार्गों को नया नेटवर्क प्रदान होगा। भारत एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य के रूप में निवेश, सहयोग और कनेक्टिविटी बनाने के लिए भारत के साथ खड़ा है।
जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन भारत ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के खिलाफ भारत-मध्यपूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए। नए आर्थिक गलियारे में भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरत, सऊदी अरब, इटली और यूरोपीय संघ शामिल हैं। नए आर्थिक गलियारे के कारण एशिया, पश्चिम एशिया, मध्यपूर्व और यूरोप के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। गलियारे में शामिल देशों के बीच बढ़ी हुई कनेक्टिविटी और आर्थिक एकीकरण से आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा और विकास को गति प्रदान होगा।