दंपती ने बताया कि अयोध्या के श्री राम मंदिर के लिए उन्होंने 400 किलोग्राम वजन का ताला तैयार किया है, जिसे वे मंदिर के लोकार्पण से पहले ही सौंपना चाहते हैं। उसमें अभी पीतल व स्टील का कुछ काम शेष है। जिसे वे अब बहुत जल्द पूरा कर देंगे।
अयोध्या के श्रीराम मंदिर को देने के लिए चार सौ किलो का ताला बनाने वाले दंपती शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिले। इस दौरान दंपती ने कहा कि ताला लगभग तैयार है। कुछ कमियां शेष रह गई हैं, जिन्हें बहुत जल्द पूरा कर लेंगे। अब उस ताले को मंगवा लिया जाए।
मुख्यमंत्री के स्तर से दिसंबर में ताला मंगवाने का भरोसा दिलाया गया। साथ में कमियां पूरी करने में सहयोग कराने की बात भी कही। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है। ताकि ताला जब मंगाया जाए, उसमें किसी तरह की कमी न रहे। बता दें कि पिछले दिनों दंपती ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी।
ज्वालापुरी गली नंबर पांच निवासी ताला कारीगर सत्यप्रकाश शर्मा एवं उनकी पत्नी रुक्मिणी शर्मा ने लखनऊ पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। अपने हाथों से बनाया ताला भी भेंट दिया। दंपती ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बेहद खुश हैं। आज उनका वर्षों पुराना सपना साकार हो गया है। मुख्यमंत्री ने उनके प्रयास को सराहा।
दंपती ने बताया कि अयोध्या के श्री राम मंदिर के लिए उन्होंने 400 किलोग्राम वजन का ताला तैयार किया है, जिसे वे मंदिर के लोकार्पण से पहले ही सौंपना चाहते हैं। उसमें अभी पीतल व स्टील का कुछ काम शेष है। जिसे वे अब बहुत जल्द पूरा कर देंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री स्तर से भी सहयोग दिलाने की बात कही गई है।
मुख्यमंत्री ने दी बधाई
दंपती सत्यप्रकाश शर्मा एवं रुक्मिणी शर्मा ने मुख्यमंत्री से जब मुलाकात की तो उन्होंने उनकी तारीफ की। दंपती के प्रयासों को सराहते हुए इस कार्य के लिए बधाई दी। दंपती ने बताया कि यह दुनिया का सबसे वजनी ताला है। जिसकी तीन फुट चार इंच लंबी चाबी 30 किलोग्राम की है। इसे बनाने में उनके रिश्तेदार शिवराज और उनके बच्चों ने भी मदद की है।
उन्होंने कहा कि ताले को और भव्य बनाने का कार्य किया जा रहा है। ताला तैयार हो जाने पर भव्य रूप में दुनिया के सामने लाया जाएगा। इसमें श्रीराम एवं हनुमान की मूर्तियां भी लगेंगी। दिसंबर में इसे अयोध्या के श्रीराम मंदिर को भेंट किया जाएगा।