खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में घरेलू खपत के लिए पर्याप्त भंडार है और त्योहारों के लिए कोई कमी नहीं है।
सरकार ने चीनी के खुदरा, थोक विक्रेताओं, बड़ी शृंखला के खुदरा विक्रेताओं और प्रोसेसरों को जमाखोरी और सट्टेबाजी से निपटने के लिए सरकारी पोर्टल पर साप्ताहिक आधार पर अपने भंडार का खुलासा करने का आदेश दिया है। खाद्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में घरेलू खपत के लिए पर्याप्त भंडार है और त्योहारों के लिए कोई कमी नहीं है।
सरकार ने कहा, देश में चीनी की खुदरा कीमत को सफलतापूर्वक स्थिर रखा गया है। हालांकि, जमाखोरी से निपटने और अटकलों पर अंकुश लगाने के लिए मंत्रालय ने पोर्टल पर भंडारण स्थिति का अनिवार्य रूप से खुलासा करने का आदेश दिया है। इससे सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि चीनी सभी ग्राहकों को सस्ती दर पर मिले।
इसके तहत अधिकारी स्टॉक स्तरों की बारीकी से निगरानी कर सकेंगे। साथ ही किसी भी संभावित बाजार हेरफेर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे। पूरी तरह से डिजिटल पहल किसी भी जमाखोरी को रोकने के साथ एक सुचारू चीनी बाजार की सुविधा प्रदान करेगी। यह चीनी स्टॉक पर वास्तविक समय का डेटा देगा और ग्राहकों व उद्योग पर चीनी की बढ़ती कीमतों की अफवाहों के प्रभाव को कम करने के लिए निर्णय लेने में मदद करेगा। अगस्त के अंत में 83 लाख टन चीनी स्टॉक था। साथ ही अगले महीने से गन्ने की पेराई शुरू होने से सरकार के पास घरेलू खपत के लिए पर्याप्त स्टॉक रहेगा।