विमान के कुल 14,000 पुर्जे भारत में बनाए जाएंगे। इसके लिए हर साल 3,500 पुर्जों को भारत में ही औद्योगीकृत किया जाएगा। भारत में टाटा के साथ मिलकर बनाए जाने वाले पहले विमान के साथ ही इन कलपुर्जों का इस्तेमाल होगा।
नवंबर 2024 से भारत में शुरू होगा उत्पादन
सी-295 के भारतीय कार्यक्रम के प्रमुख जोर्गे टैमेरिट ने बताया कि वडोदरा स्थिति फैक्टरी में विमान का उत्पादन नवंबर 2024 से शुरू हो जाएगा। वहीं, स्पेन से उड़ने को तैयार स्थिति में 16 विमानों में से आखिरी विमान को सितंबर 2025 तक भारत को सौंप दिया जाएगा। सभी 56 विमानों में स्वदेशी रडार व मिसाइल चेतावनी प्रणाली को लगाया गया है। इसके अलावा भारत डायनेमिक्स लि. के बनाए गए काउंटर-मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम को इसमें शामिल किया गया है।
विमान के 14 हजार पुर्जे भारत में बनेंगे
विमान के कुल 14,000 पुर्जे भारत में बनाए जाएंगे। इसके लिए हर साल 3,500 पुर्जों को भारत में ही औद्योगीकृत किया जाएगा। भारत में टाटा के साथ मिलकर बनाए जाने वाले पहले विमान के साथ ही इन कलपुर्जों का इस्तेमाल होगा। 30वें विमान का पिछला हिस्सा 100 फीसदी भारत में बनेगा।
25 हजार नौकरियां होंगी सृजित
यह परियोजना आने वाले 10 वर्षों में 15,000 प्रत्यक्ष और 10,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेगी। एयरबस के फिलहाल भारत में 2,750 पूर्णकालिक कर्मचारी हैं। लेकिन, टाटा के साथ साझा उपक्रम शुरू होने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 15 हजार से ज्यादा हो जाएगी।
9 टन वजन लेकर उड़ने में सक्षम
बहुत छोटे रनवे से उड़ान भरने में सक्षम सी-295 को आसमानी हाथी भी कहा जाता है। यह करीब 9 टन वजन लेकर उड़ने में सक्षम है। आगरा में एयरफोर्स के बेस पर एयरबस की उड़ान के प्रशिक्षण के लिए सिम्युलेटर तैयार किया जा रहा है, जो 2024 के आखिर तक बनकर तैयार हो जाएगा।