सेना में अग्निपथ योजना को लेकर बिहार एवं कुछ अन्य राज्यों में हुए प्रदर्शन की वजह से रेल संचालन पर खासा असर पड़ा है। लगातार ट्रेनें निरस्त होने की वजह से यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही है, साथ ही रेलवे को भी रिफंड वापस करना पड़ रहा है। बीते दो दिनों में ही उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के प्रयागराज मंडल में यात्रियों द्वारा 5900 टिकट निरस्त कराए जा चुके हैं। विभिन्न रेलवे स्टेशनों के रिजर्वेशन काउंटर से 35.32 लाख रुपये की धनराशि रिफंड की गई है।
प्रयागराज जंक्शन हो या फिर कानपुर सेंट्रल, अलीगढ़ हो या फिर इटावा, प्रयागराज मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान के एनाउंसमेंट से ज्यादा उनके निरस्त होने की जानकारी ज्यादा प्रसारित हो रही है। रविवार की दोपहर अल्लापुर के दिप्तेंद्र श्रीवास्तव 12506 नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस में सफर करने के लिए प्रयागराज जंक्शन पहुंचे। उनका ट्रेन में कामाख्या तक के लिए रिजर्वेशन था। दिप्तेंद्र प्लेटफार्म पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।
हालांकि बाद में उन्हें मालूम पड़ा कि ट्रेन निरस्त कर दी गई है तो वह बेहद निराश हुए। कहा कि ट्रेन में कंफर्म सीट मिले इस वजह से दो माह पहले ही उन्होंने अपना रिजर्वेशन करवाया था। कहा कि मां कामाख्या के दर्शन के लिए उन्हें अब लंबा इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि अगले कई दिन इस ट्रेन में कंफर्म बर्थ उपलब्ध नहीं है। इसी तरह 18 जून को निरस्त हुई विभूति एक्सप्रेस का रिफंड लेने पहुंचे ध्रुव मालवीय ने कहा कि इस माह हावड़ा के लिए किसी भी ट्रेन में कंफर्म बर्थ उपलब्ध नहीं है।
उधर ट्रेनें निरस्त होने की सूचना मिलने के बाद जिन लोगों ने रिजर्वेशन काउंटर से अपने टिकट आरक्षित करवाए हैं, वे टिकट निरस्त करवाने के लिए सुबह से ही लाइन में लग जा रहे हैं। जंक्शन समेत प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम, प्रयाग जंक्शन आदि स्टेशनों के आरक्षण काउंटर पर आरक्षण निरस्त करवाने के लिए सुबह से ही भीड़ जुट जाती है। बीते दो दिनों में मंडल के प्रयागराज, कानपुर, अलीगढ़, इटावा, हाथरस, मिर्जापुर आदि रेलवे स्टेशनों से कुल 5900 आरक्षित टिकट निरस्त हो चुके हैं। इसमें से 3986 टिकट तो सिर्फ शनिवार को ही निरस्त हुए।
बीते कुछ वर्षों से काउंटर टिकट के मुकाबले यात्री आईआरसीटीसी की वेबसाइट एवं उसके एप के माध्यम से ज्यादा टिकट बुक करवाते हैं। माना जाता है कि ट्रेनों में बुक होने वाले कुल टिकटों में से 60-70 फीसदी आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से ही बुक होते हैं। बीते दो दिन के दौरान जिस तरह से ट्रेनों का निरस्तीकरण हुआ है उससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रयागराज मंडल के विभिन्न स्टेशनों से आईआरसीटीसी के माध्यम से बुक किए 12 हजार से ज्यादा रेल टिकट अब तक निरस्त हो चुके हैं। आईआरसीटीसी भी निरस्तीकरण की एवज में 70 लाख से ज्यादा का रिफंड दे चुका है।
‘ट्रेन निरस्त होने की स्थिति में यात्रियों को नियमानुसार रिफंड दिए जाने का प्रावधान है। बिहार में विरोध प्रदर्शन की वजह जो ट्रेनें निरस्त हुई हैं, उनके यात्रियों को रेलवे रिफंड दे रहा है।