टीवी जगत की लोकप्रिय अभिनेत्री माही विज ने इन दिनों छोटे पर्दे से दूरी बना ली है। माही अपनी फैमिली और बच्चों को अपना सारा समय दे रही हैं। माही सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और फैंस संग अपनी बेटी तारा की तस्वीरें और वीडियोज साझा करती रहती हैं। इस बार भी कारण वही है क्योंकि वह अस्पताल में भर्ती है। हालांकि अब माही पूरी तरह ठीक हो गई और उन्होंने मीडिया को भी अपनी हेल्थ अपडेट दी है।
माही विज की बेटी तारा की उम्र 4 साल है। लेकिन वह सोशल मीडिया पर सबका अपनी क्यूटनेस से ध्यान खींचती रहती है। वह रील्स बनाती है और उस पर लोगों का भर-भरकर प्यार भी पाती है। लेकिन इस बार वह बीमार हो गई। एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह बेटी के बालों को बांध रही हैं और उसके साथ खेल रही हैं। इस दौरान एक्ट्रेस ये भी बता रही हैं कि कैसे उनकी बेटी को तेज बुखार आया और फिर बाद में वो फ्लू निकला। साथ ही एक्ट्रेस ने बाकी पेरेंट्स से अपने बच्चों का ख्याल रखने की बात कही है।
एक्ट्रेस ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘बुखार माता-पिता को परेशान कर देता है, कभी-कभी उन्हें डरा भी देता है। मैं समझती हूं, क्योंकि इस गुरुवार की रात जब तारा को तेज बुखार हुआ, तो यह हम सभी के लिए एक बुरे सपने जैसा था। इंडीपेंडेंस वीक से लंबी छुट्टी के बाद तारा गुरुवार को स्कूल गई। ज्यादातर समय, बुखार इतना सीरियस नहीं होता क्योंकि ये बहुत आम है। लेकिन इस बार हमारी तारा के लिए मामला बहुत गंभीर हो गया।’
माही ने आगे लिखा, ‘हमने डॉक्टरों से चर्चा करने के बाद उसे दवाएं देने की कोशिश की, लेकिन उसे इब्यूजेसिक प्लस देने के बाद भी उसका बुखार 104 और उससे ज्यादा ही बना रहा। यह हमारे लिए सचमुच टेंशन वाली बात हो गई थी।’ हमने उसे रात में पानी की ठंडी पट्टियां भी रखीं। फिर भी वह कांप रही थी और टेम्परेचर बढ़ता ही जा रहा ता। मैंने आधी रात को 1 बजे उसके डॉक्टर से बात की और उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि इन दिनों सभी बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं और बीमार पड़ रहे हैं। लेकिन एक मां होने के नाते मुझे चिंता हो रही थी, इसलिए हमें रातभर नींद भी नहीं आई।’
माही ने आगे बताया, ‘शुक्रवार की सुबह मुझे तुरंत अस्पताल जाना पड़ा। डॉक्टरों ने उसके कुछ टेस्ट्स किए और पता चला कि वह इन्फ्लूएंजा ए फ्लू से संक्रमित थी। यह रेस्पिरेट्री सिस्टम का सबसे वायरल इनफेक्शन है। इसमें तेज बुखार, शरीर में दर्द, खांसी और अन्य लक्षण होते हैं। ज्यादातर बच्चे फ्लू से हफ्तेभर के अंदर ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ बच्चों को ये सीरियस बीमारी हो जाती है तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है। इसलिए हमारे लिए उसे एडमिट कराना ही सही फैसला था।