पाचन की समस्याएं जैसे गैस, कब्ज और दस्त होना काफी कॉमन है, यह कई कारणों से हो सकता है। लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी को इसके प्रमुख कारणों में से एक माना जाता रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, वैसे तो पाचन की ये दिक्कतें सामान्य दवाओं और घरेलू उपचार से आसानी से ठीक हो जाती हैं, पर कुछ स्थितियों में ये गंभीर अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकती हैं, ऐसे में अगर आपको कुछ समय से इस तरह की दिक्क्तें अक्सर बनी रहती हैं तो इसपर ध्यान देना और समय रहते उपचार कराना बहुत जरूरी हो जाता है।
डॉक्टर कहते हैं, अपने पाचन तंत्र को प्राकृतिक रूप स्वस्थ रखने के प्रयास करते रहना सभी लोगों के लिए आवश्यक है। पेट को स्वस्थ रखने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप आहार में अधिक से अधिक मात्रा में फाइबर वाली चीजों को शामिल करें। कुछ फल, फाइबर से भरपूर होते हैं जो पाचन में सुधार करने में आपके लिए मददगार हो सकते हैं। इनका सेवन करने से आपको लाभ मिल सकता है।
सेब आपके लिए कई प्रकार से लाभकारी
सेब को हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से लाभकारी फलों में से एक माना जाता है, कहावत भी रही है कि रोजाना एक सेब खाने वाले लोगों को डॉक्टर की जरूरत कम पड़ती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि ये फल आपके पाचन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। सेब में पेक्टिन फाइबर की मात्रा अधिक होती है और पेक्टिन कब्ज और दस्त दोनों से राहत प्रदान कर सकता है। पेक्टिन अपनी घुलनशील प्रकृति और शरीर में कोलेस्ट्रॉल या विषाक्त पदार्थों को कम करने के लिए भी जाना जाता है।विज्ञापन
कीवी फल से पाचन को लाभ
कीवी फल विटामिन-सी के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है, यही कारण है कि इसे बेहतर इम्युनिटी वाले फलों में से एक माना जाता है पर क्या आप जानते हैं कि यह फल आपके पाचन स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी हो सकता है?अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि कीवी फल, डायट्री फाइबर का अच्छा स्रोत है, ऐसे में इसके सेवन से पेट की कई समस्याओं के खतरे को कम किया जा सकता है। कीवी फल में एक्टिनिडिन नामक एंजाइम भी होता है जो प्रोटीन का बेहतर पाचन करने में सहायक है।
केले पेट के लिए बहुत फायदेमंद
केले, अपनी उच्च मात्रा में फाइबर वाले गुणों के लिए जाने जाते हैं, घरेलू उपचार के तौर पर भी दस्त और अपच की समस्या में केले के सेवन की सलाह दी जाती रही है। आंत की समस्याओं के जोखिमों को कम करने और पाचन प्रक्रिया को तेज करने के लिए केले का सेवन किया जा सकता है। केले में एनाटासिड प्रभाव भी होता है जो पेट की परत में बनने वाले अल्सर से पेट की रक्षा करता है।