चाय हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा है, यह फायदेमंद है या नुकसानदायक, इसको लेकर लंबे समय से चर्चा होती रही है। पर क्या चाय पीना जानलेवा भी हो सकती है? मध्यप्रदेश से आ रही एक खबर ने यह सवाल खड़ा कर दिया है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक चाय पीने से डेढ़ साल के बच्चे की मौत हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के चाय पीने के कुछ समय बाद ही उसकी सांस बंद हो गई, अस्पताल में डॉक्टर्स ने उसे मृत करार दिया है। मौत के क्या कारण हैं, फिलहाल ये स्पष्ट नहीं है। अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि बच्चे को मृत स्थिति में अस्पताल में लाया गया था, इसलिए मृत्यु के क्या कारण हैं इसको लेकर फिलहाल कोई दावा नहीं किया जा सकता है।
हालांकि इस रिपोर्ट ने सवाल जरूर खड़े कर दिए हैं कि क्या वास्तव में बच्चों के लिए चाय पीना खतरनाक हो सकता है?
बच्चों के लिए चाय
बच्चों के लिए चाय पानी किस प्रकार के प्रभावों वाला हो सकता है, इस बारे में स्पष्ट नहीं है। शोध से पता चलता है कि चाय में (विशेष रूप से ब्लैक और ग्रीन टी) कैफीन होता है। कैफीन, एक उत्तेजक पदार्थ है 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए किसी भी मात्रा में अनुशंसित नहीं है। यह सोने में परेशानी और घबराहट से लेकर मूत्र के उत्पादन में वृद्धि और सोडियम/पोटेशियम के स्तर में कमी जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। बच्चों के लिए यह समस्याएं गंभीर दुष्प्रभावों वाली भी हो सकती है।
हर्बल टी के प्रभाव
शोधकर्ताओं की टीम कहती है, हर्बल-टी पौधों की पत्तियों, जड़ों और बीजों से बनाई जाती है। इनमें आमतौर पर कैफीन नहीं होता है, इनमें से कुछ बच्चों के लिए सुरक्षित हो सकती है।हालांकि यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि बच्चों सहित कुछ लोगों को चाय में मौजूद जड़ी-बूटियों से एलर्जी हो सकती है, एलर्जी एक और चिंता का विषय है। एलर्जी की प्रतिक्रिया के लक्षणों में सांस लेने में परेशानी और गले, होंठ, जीभ और चेहरे पर सूजन हो सकती है।
क्या कहते हैं शोधकर्ता?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इस बात को लेकर बहुत अधिक शोध नहीं हुआ है कि जड़ी-बूटियां या चाय छोटे बच्चों को कैसे प्रभावित करती हैं? इसलिए जरूरी है कि छोटे बच्चों को चाय देने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले लें। आयुर्वेद की कुछ रिपोर्ट्स से पता चलता है कि काढ़ा पीने से कफ और सामान्य फ्लू की समस्या से लाभ मिल सकता है, पर इसकी प्रमाणिकता के लिए पर्याप्त अध्ययन नहीं है।