शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल तीनों को कंट्रोल में रखना बहुत आवश्यक माना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण ये तीनों समस्याएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं, इसे कंट्रोल में करना बहुत आवश्यक है। ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की अनियंत्रित मात्रा के कारण हृदय रोगों को जोखिम सबसे अधिक बढ़ जाता है, हार्ट अटैक के बढ़ते जोखिमों के लिए भी ये प्रमुख जोखिम कारक है।
कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है- एचडीएल और एलडीएल जिसे गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल के तौर पर भी जाना जाता है। गुड कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग से सुरक्षा प्रदान करता है, जबकि बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण दिल के दौरे जैसी समस्याओं का जोखिम हो सकता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल के कारण
आहार की कई चीजें शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने वाली हो सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया बहुत अधिक मात्रा में सेचुरेटेड फैट वाले खाद्य पदार्थ खाने से बैड (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है। मांस और फुल फैट डेयरी उत्पादों में इसकी अधिकता हो सकती है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, आपकी दैनिक कैलोरी के 10% से अधिक मात्रा में सेचुरेटेड फैट की मात्रा नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा शोधकर्ताओं ने पाया धूम्रपान करने वाले लोगों में भी बैड कोलेस्ट्रॉल होने का जोखिम अधिक होता है।आइए जानते हैं कि किन उपायों का पालन करके कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है
नियमित शारीरिक गतिविधि पर दें ध्यान
शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि अगर आप शारीरिक रूप से सक्रिय रहते हैं तो यह कोलेस्ट्रॉल के जोखिमों को कम करने में सहायक हो सकता है। सप्ताह में कम से कम पांच बार 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि आपके गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार कर सकती है। वॉकिंग, रनिंग, तैरकी, बाइक चलाने जैसे अभ्यास की मदद से कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
धूम्रपान न करें
धूम्रपान के कारण कोलेस्ट्रॉल की समस्या का खतरा कई गुना तक बढ़ सकता है। धूम्रपान करने वाले लोगों में समय के साथ हृदय रोगों के बढ़ने का खतरा भी अधिक हो सकता है। हालांकि जैसे ही आप इसे छोड़ते है, कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी सुधार होने लग जाता है।स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया कि धूम्रपान करने वालों में गुड कोलेस्ट्रॉल कम होने के कारण रक्त वाहिकाएं की क्षति का जोखिम काफी अधिक हो सकता है जो उनकी सेहत के लिए हानिकारक है।
स्वस्थ आहार का करें चयन
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के विशेषज्ञों ने बताया कि यदि आप स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का सेवन करते हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, साबुत अनाज, नट्स, बीन्स शामिल होते हैं तो इससे भी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में लाभ मिल सकती है। कोलेस्ट्रॉल और इसके कारण होने वाली समस्याओं को कम करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को नमक, चीनी, सेचुरेटेड फैट-ट्रांस वसा और रेड मीट का सेवन कम करने की सलाह देते हैं।