विधानसभा अध्यक्ष शमसीर का विरोध करते हुए सोमवार को एनएसएस महासचिव जी सुकुमारन नायर ने कहा कि अध्यक्ष की टिप्पणियाँ स्वीकार्य नहीं है फिर चाहे वह किसी भी परिस्थितियों या संदर्भ में की गईं हों।
केरल में विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ भारी विरोध जारी है। हिंदू देवता को लेकर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा की गई विवादित टिप्पणी को लेकर नायर समुदाय ने भी विरोध किया। नायर समाज के संगठन नायर सर्विस सोसाइटी ने टिप्पणी को लेकर अध्यक्ष की निंदा की और उनके इस्तीफे की मांग की।
एनएसएस ने किया विरोध
विधानसभा अध्यक्ष शमसीर का विरोध करते हुए सोमवार को एनएसएस महासचिव जी सुकुमारन नायर ने कहा कि अध्यक्ष की टिप्पणियाँ स्वीकार्य नहीं है फिर चाहे वह किसी भी परिस्थितियों या संदर्भ में की गईं हों। संगठन का कहना है कि शमसीर का बयान अतिश्योक्तिपूर्ण हो गया। हर धर्म की अपनी मान्यताओं होती हैं। इनपर सवाल उठाने का अधिकार किसी को नहीं है। धार्मिक विवाद फैलाने के किसी भी कदम को स्वीकार नहीं किया जा सकता। वे अध्यक्ष पद के योग्य नहीं हैं। स्पीकर को धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले बयान वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
सीपीआई (एम) ने किया शमसीर का बचाव
एनएसएस महासचिव के बयान पर पलटवार करते हुए सीपीआई (एम) के वरिष्ठ नेता एके बालन ने कहा कि शमशीर के बयानों को या तो नायर ने ढंग से समझा नहीं या तो वे संघ के मुखपत्र बन गए हैं। बालन का कहना है कि भाजपा और संघ परिवार शमसीर ने जो कहा, उसे समझे बिना सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा कर रही है। शमसीर ने तो सिर्फ पीएम की बात दोहराई है। उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा कि किसी की भावनाओं को ठोस पहुंचे।
भाजपा-संघ भी कर रहे हैं विरोध
एर्नाकुलम जिले के स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शमसीर ने केंद्र पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उपलब्धि के बजाये बच्चों को हिंदू मिथक सिखाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। बता दें, नायर समाज के साथ-साथ विहिप और भाजपा भी शमसीर के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। उनका कहना है कि भगवान गणेश और पुष्पक विमान को लेकर अध्यक्ष द्वारा की गई टिप्पणियों से व्यथित हैं।