यह बल्ले और गेंद की वैसे लड़ाई थी जिसमें बहुत कम समय के लिए बल्ला गेंद पर हावी था. गेंदबाज़ अपनी गेंद से इस कदर इस मैच में हावी थे कि बल्लेबाज़ों को पिच पर ख़ड़े रह कर रन जोड़ने में भी एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा था.
क्रिकेट के खेल में गेंदबाज़ों का हावी होना किसे कहते हैं ये शनिवार को कोलकाता के बल्लेबाज़ों के सामने लखनऊ के गेंदबाज़ों ने दिखाया.
जब केएल राहुल के बल्लेबाज़ों ने एक ओवर में लगे पांच छक्कों के बावजूद स्कोरबोर्ड पर बमुश्किल 176 रन टिकाए तो ये उम्मीद की जा रही थी कि श्रेयस अय्यर और उनके बल्लेबाज़ों को इसे बनाने में बहुत मुश्किल नहीं होगी. लेकिन पहले ओवर से ही राहुल के गेंदबाज़ों ने एक अलग ही दिशा पकड़ी.
मोहसिन ख़ान ने मेडन विकेट से शुरुआत की, पहले दो ओवर में एक रन दिया. दुशमंथा चमीरा ने कप्तान श्रेयस अय्यर को आउट किया. जीतने के लिए रन बनाने थे 8.85 की औसत से लेकिन बन रहे थे (पहले सात ओवरों में) 3.75 की औसत से.
लखनऊ के गेंदबाज़ दौड़ते आते, हाथ घुमाते और बल्लेबाज़ खड़े रह जाते, गेंद सीधी विकेटकीपर के गलव्स में चली जाती. मोहसिन ख़ान की 18 में से 15 गेंदों पर कोई रन नहीं बने तो दुशमंथा चमीरा और आवेश ख़ान के भी 11 गेंदों पर कोई रन नहीं बने.
कोलकाता के बल्लेबाज़ों के लिए एक-एक रन जोड़ना मुश्किल पड़ रहा था. इतना ही नहीं, स्कोरबोर्ड पर अभी 24 रन ही बने थे कि कप्तान और दोनों ओपनर्स समेत टॉप ऑर्डर के चार बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे.
अगले 31 मिनट पिच से एक बवंडर आंद्रे रसेल गुज़रा. डीप मिडविकेट, स्ट्रेट, डीप पॉइंट पर पांच छक्के, तीन चौके लगाए. 19 मिनट में 45 रन बना कर यह तूफ़ान जब शांत हुआ तब अगले 16 रन के भीतर कोलकाता के छह खिलाड़ी पवेलियन लौट गए. लखनऊ के गेंदबाज़ों के सामने कोलकाता के 8 बल्लेबाज़ मिलकर केवल 17 रन ही जुटा सके. पूरी टीम केवल 101 रन पर आउट हो गई.
इरफ़ान पठान ने लखनऊ के गेंदबाज़ों की तारीफ़ की. उन्होंने ट्वीट किया, “लखनऊ ने तेज़ी, उछाल और एकदम सटीक गेंदबाज़ी की. धारदार गेंदबाज़ी.”
कोलकाता के बल्लेबाज़ों के लिए एक-एक रन जोड़ना मुश्किल पड़ रहा था. इतना ही नहीं, स्कोरबोर्ड पर अभी 24 रन ही बने थे कि कप्तान और दोनों ओपनर्स समेत टॉप ऑर्डर के चार बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे.
अगले 31 मिनट पिच से एक बवंडर आंद्रे रसेल गुज़रा. डीप मिडविकेट, स्ट्रेट, डीप पॉइंट पर पांच छक्के, तीन चौके लगाए. 19 मिनट में 45 रन बना कर यह तूफ़ान जब शांत हुआ तब अगले 16 रन के भीतर कोलकाता के छह खिलाड़ी पवेलियन लौट गए. लखनऊ के गेंदबाज़ों के सामने कोलकाता के 8 बल्लेबाज़ मिलकर केवल 17 रन ही जुटा सके. पूरी टीम केवल 101 रन पर आउट हो गई.
इरफ़ान पठान ने लखनऊ के गेंदबाज़ों की तारीफ़ की. उन्होंने ट्वीट किया, “लखनऊ ने तेज़ी, उछाल और एकदम सटीक गेंदबाज़ी की. धारदार गेंदबाज़ी.”
क्या बोले श्रेयस अय्यर?
मैच हारने के बाद कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर बोले, “उन्होंने हमें गेंदबाज़ी, बल्लेबाज़ी दोनों में मात दी. पावरप्ले में उन्होंने अच्छी गेंदबाज़ी की, बल्ले से भी अच्छी शुरुआत की.”
“बीच में हमने कुछ देर के लिए वापसी की लेकिन अंतिम ओवरों में मैच उन्होंने छीन लिया.”
पहले बॉलिंग क्यों ली थी. इस पर अय्यर बोले, “विकेट को समझ पाना मुश्किल था इसलिए गेंदबाज़ी ली थी. गेंद रुक कर आ रही थी, पिच पर गेंद के व्यवहार को समझना आसान नहीं था. ये 155-160 रन बनाने वाली पिच थी. लेकिन वो स्कोर उससे ऊपर ले गए.”
इतने रन बनेंगे, राहुल को भी नहीं थी उम्मीद
केएल राहुल भी बोले कि विकेट धीमी थी, “मैंने सोचा था कि 155 अच्छा स्कोर होगा लेकिन डीकॉक, दीपक हुडा और स्टोइनिस 170+ ले गए.”
डीकॉक ने अर्धशतक जमाया, दीपक हुडा ने 41 रन बनाए तो स्टोइनिस ने 19वें ओवर में लगातार तीन छक्के लगाए.
9 ओवर, दो मेडेन, 39 रन, पांच विकेट
लखनऊ के गेंदबाज़ अपने पेस का लोहा मनवा रहे थे तो कोलकाता के बल्लेबाज़ भी ग़लतियां करने से नहीं चूक रहे थे. शॉर्ट बॉल पर अपनी विकेटें गंवा रहे थे.
पोस्ट Twitter समाप्त, 1
मोहसिन ख़ान 3 ओवर, 1 मेडेन, 6 रन, 1 विकेट.
दुशमंथा चमीरा 3 ओवर, 0 मेडेन, 14 रन, 1 विकेट
आवेश ख़ान 3 ओवर, 1 मेडेन, 19 रन, 3 विकेट.
टी20 में मेडेन ओवर बहुत कम देखने को मिलता है.
इस मैच में मोहसिन ख़ान ने मेडेन विकेट से शुरुआत की तो आवेश ख़ान भी मेडेन ओवर डाले.
पोस्ट Twitter समाप्त, 2
बोल्ट के मेडेन से पंजाब की हार तक
लेकिन शनिवार को दिन के पहले मैच में मेडेन ओवर की शुरुआत ट्रेंट बोल्ट ने की थी.
दिन का पहला मैच पंजाब किंग्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच था. जिसे राजस्थान ने 6 विकेट से जीत लिया. यहां भी युज़वेंद्र चहल ने अपनी गेंद से पंजाब के बल्लेबाज़ों को खूब छकाया. तीन बल्लेबाज़ों को आउट भी किया और कुल 22 विकेटों के साथ पर्पल कैप पर अपनी पकड़ और मजबूत बनाई.
दिन का सबसे बड़ा स्कोर यशस्वी जायसवाल के बल्ले से निकला. वे 73 मिनट तक पिच पर रहे, 15वें ओवर में आउट होने से पहले केवल 41 गेंदों पर 9 चौके, दो छक्कों की मदद से 68 रन बनाए और टीम की जीत की नींव रखी. लेकिन अंतिम ओवरों में शिमरॉन हेटमायर ने 16 गेंदों पर 31 रन न बनाए होते तो मैच का परिणाम कुछ और ही होता.
हां यहां भी अर्शदीप सिंह का ज़िक्र ज़रूरी है. 18वें ओवर की समाप्ति पर राजस्थान को जीत के लिए केवल 11 रन चाहिए थे. तब अर्शदीप सिंह ने 19वें ओवर में न केवल देवदत्त पड्डिकल को आउट किया बल्कि केवल तीन रन ही बनने दिए.
प्लेऑफ़ से मुंबई बाहर, अगला कौन?
आईपीएल 2022 अब प्लेऑफ़ की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है जहां केवल चार टीमें ही खेलेंगी.
शुक्रवार को चार बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस इस रेस से बाहर हो चुकी है.
अब रविवार को अगर चेन्नई सुपरकिंग्स हार गई तो वो भी प्लेऑफ़ की रेस से बाहर हो जाएगी.