जयघोष के साथ पारंपरिक बालटाल और पहलगाम रूट से अमरनाथ यात्रा जारी है। वीरवार को 16061 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। इसके साथ ही अब तक कुल 162569 यात्रियों ने दरबार में हाजिरी लगाई है। आधार शिविर जम्मू से अब तक के सबसे बड़े जत्थे में 9241 श्रद्धालु कश्मीर के लिए रवाना हुए। पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन करने वालों में 12701 पुरुष, 2945 महिलाएं, 236 बच्चे, 176 साधु और 3 साध्वियां शामिल थीं।
आधार शिविर भगवती नगर से 11वें जत्थे में बालटाल के लिए 112 छोटे बड़े वाहनों में कड़ी सुरक्षा के बीच 2036 पुरुष, 1121 महिलाएं, 39 बच्चे और 10 साधुओं के साथ 3206 श्रद्धालु भेजे गए। इसी तरह पहलगाम रूट के लिए 4540 पुरुष, 1254 महिलाएं, 9 बच्चे, 202 साधु और 30 साध्वी के साथ 6035 तीर्थ यात्री रवाना किए गए।
पहलगाम के लिए 194 छोटे बड़े वाहन गए। यात्रा के चलते प्रवेशद्वार लखनपुर से कश्मीर तक रौनक बनी हुई है। जगह-जगह लंगर स्थलों पर भक्तों को प्रसाद ग्रहण करने के साथ उनका जोरदार स्वागत किया जा रहा है। अब तक मौसम ने भी यात्रियों का साथ दिया है। आगामी दिनों में भी लगभग मौसम के साफ रहने के आसार हैं।
कुछ दिन में पवित्र गुफा में हाजिरी लगाने वाले भक्तों का आंकड़ा भी दो लाख के पार हो जाएगा। इस साल यात्रियों की संख्या को देखते हुए रिकार्ड यात्रा होने की उम्मीद जताई जा रही है। यात्रा के चलते प्रदेश की अर्थव्यवस्था को गति मिली है।
मुख्य सचिव ने बालटाल मार्ग पर पंचतरणी में व्यवस्था का किया मूल्यांकन
मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने वीरवार को बालटाल मार्ग पर पंजतरणी के रास्ते से पवित्र गुफा तक का व्यापक दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ यात्रा के लिए यात्राओं की व्यवस्था का प्रत्यक्ष मूल्यांकन किया। बैठक में नोडल अधिकारी एसएएनजेवाई (बालटाल) राघव लंगर, गांदरबल के उपायुक्त श्यामबीर, डिप्टी कमिश्नर अनंतनाग सैयद हामिद, एसएसपी गांदरबल निखिल बोरकर, शिविर निदेशक बालटल, एडीसी गांदरबल, सीएमओ, एसडीएम कंगन के अलावा विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने अधिकारियों से यात्रा के लिए स्वच्छता उपायों, आवास, पीने के पानी, तंबू और लंगर सुविधा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं सहित व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली।
पहलगाम मार्ग की यात्रा चंद्रकोट में रोकी
पहलगाम मार्ग से यात्रा करने वाले 11वें जत्थे के भक्तों को रामबन में रोका गया। उन्हें एसएएसबी यात्री निवास चंद्रकोट में ठहराया गया। हालांकि, बालटाल मार्ग से यात्रा करने वले 3206 तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले 112 वाहनों को बनिहाल-काजीकुंड (नवयुग) सुरंग पार करने की अनुमति दी गई।
अधिकारियों ने कहा कि भीड़ के कारण पहलगाम मार्ग की यात्रा के 6035 भक्तों को रोक दिया गया। उन्हें यात्री निवास चंद्रकोट में ठहराया गया। नोडल अधिकारी हरबंस लाल शर्मा ने कहा कि यात्रा नियंत्रण कक्ष के निर्देश पर रोकी गई है। उन्हें शुक्रवार को पहलगाम की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी। रामबन की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने कहा कि पहलगाम मार्ग पर भीड़ के कारण भक्तों को रोका गया।
साइना नेहवाल ने अमरनाथ गुफा में किए दर्शन
शीर्ष बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में भगवान शिव के प्राकृतिक रूप से बनने वाले हिम शिवलिंग के दर्शन कर अमरनाथ जी की गुफा में पूजा अर्चना की। अधिकारियों ने वीरवार को कहा मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में सोनमर्ग के सोनमर्ग पर्यटन स्थल पर, जो यात्रा के बालटल आधार शिविर के रास्ते में पड़ता है वह फिलहाल वहां ठहरी हुई हैं।
अधिकारियों ने कहा कि नेहवाल ने अपनी मां उषा नेहवाल के साथ बुधवार को तीर्थयात्रा की। पवित्र गुफा मंदिर में पूजा करने के बाद नेहवाल ने कहा कि वह धन्य महसूस कर रही हैं और उन्हें सकारात्मकता, शक्ति और मन की शांति मिली है। उन्होंने कहा, हमने अमरनाथ जी के दर्शन किए। एक वीडियो में उन्होंने कहा, मैंने अपनी मां के साथ दर्शन किए। नेहवाल ने श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) और सुरक्षाबलों का धन्यवाद किया।
निदेशक आपातकालीन सेवाएं ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
निदेशक अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं (एफ एंड ईएस) आलोक कुमार ने बालटाल का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने मणिगाम, नीलग्राथ, बालटाल बेस कैंप, बालटाल टेंट सिटी सहित सभी यात्रा शिविरों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अर्धसैनिक बल, पुलिस और नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के साथ यात्रियों के लिए की गई सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। उन्होंने तीर्थयात्रियों के लिए सुचारू और परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करने में उनके सराहनीय काम के लिए सभी अधिकारियों की सराहना की।
उन्होंने पुलिस, सेना, सीआरपीएफ, एसएसबी, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय वायु सेना के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत की। नीलग्राथ हेलीपैड परिसर में निदेशक ने शिविर निदेशक सहित सभी अधिकारियों के साथ-साथ श्रद्धालुओं से बातचीत की। उन्होंने यात्रियों की सहानुभूतिपूर्वक सुनवाई की और उनकी वैध समस्याओं के समाधान के लिए मौके पर ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
दौरे के दौरान निदेशक ने विभाग के सभी अधिकारियों और जवानों को किसी भी आपात स्थिति के दौरान त्वरित और कुशल प्रतिक्रिया के लिए सभी हितधारकों के साथ निकट संपर्क बनाए रखने का निर्देश दिया। उन्होंने बालटाल आधार शिविर में संयुक्त पीसीआर में तैनात एसएसपी के साथ एक विस्तृत बैठक भी की। बैठक के दौरान, उन्हें बालटाल से पवित्र गुफा तक यात्रा/ट्रैकिंग के दौरान यात्रियों को प्रदान की जा रही दूरसंचार, सीसीटीवी और सैटेलाइट सुविधाओं के बारे में अवगत कराया गया।