सेना में चार साल के लिए भर्ती प्रक्रिया ‘अग्निपथ’ के विरोध में शुक्रवार सुबह छात्रों ने यहां जमकर बवाल काटा। युवकों ने बलिया मॉडल रेलवे स्टेशन के वाशिंग पिट में खड़ी ट्रेन के कोविड कोच को आग के हवाले कर दिया। वाराणसी मेमू व बलिया-शाहगंज ट्रेन में भी तोड़फोड़ की। पुलिस और आरपीएफ के जवानों ने कोविड कोच की आग बुझाई। बेकाबू छात्र यहीं नहीं रुके। प्लेटफार्म की दुकानों व निजी बस में भी तोड़फोड़ की। उग्र छात्रों ने रेलवे स्टेशन के पास मालगोदाम के सामने सड़क पर भी पथराव किया। घटना की सूचना पर डीएम सौम्या अग्रवाल और एसपी राजकरण नय्यर पहुंचे। पुलिस ने सौ से अधिक युवकों हिरासत में लिया है।
जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम में शुक्रवार सुबह सैकड़ों छात्र जुटे थे। इसकी जानकारी प्रशासन को लगी। सिटी मजिस्ट्रेट ने छात्रों को ‘अग्निपथ’ योजना के बारे में समझा-बुझा कर हटाया। तब तक ये सैकड़ों युवक अचानक स्टेशन की ओर बढ़े और वहां जमकर बवाल काटा। सैकड़ों युवक मुंह पर मास्क लगाए हुए थे। सभी के हाथों में डंडे थे। इनके स्टेशन पर पहुंचते ही अफरा-तफरी मच गई। युवकों ने रेलवे स्टेशन पर रखी कुर्सियों और अन्य सामानों को तोड़ना शुरू कर दिया। पंखों को भी तोड़ दिया। बलिया-वारणसी मेमू पैसेंजर ट्रेन और बलिया-शाहगंज पैसेंजर ट्रेन में तोड़फोड़ की। वाशिंग पिट में खड़ी एक बोगी के शीशे तोड़ना शुरू किया। बोगी में आग भी लगा दी। यह बोगी कोविड कोच बताई जा रही है।
आरपीएफ के जवान और शहर कोतवाली पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने छात्रों को लाठी भांजकर खदेड़ने का प्रयास किया। डीएम और एसपी भी पहुंचे। पुलिस ने उपद्रवी छात्रों से स्टेशन परिसर को खाली करा लिया है।
एसपी ने उपद्रव के बारे कहा कि सुबह कुछ छात्र स्टेडियम और स्टेशन पर जुटे थे। उन्हें समझाकर हटा दिया गया था। तब तक स्टेशन पर कुछ छात्रों ने तोड़फोड़ और आगजनी शुरू क दी। जिस बोगी में आग लगाई गई थी, उसे बुझा दिया गया है। तोड़फोड़ का वीडियो देखकर उपद्रवियों को चिह्नित किया जाएगा।